हैदराबाद: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय से एकजुट होने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि अगर मुसलमान एकजुट रहें तो अमेरिका कभी यरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर घोषित करने की हिम्मत नहीं दिखायेगा. रूहानी भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोचते हैं कि इस्लाम हिंसा एवं आतंकवाद का धर्म है, उनका आकलन गलत है.


रूहानी हैदराबाद में ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में आयोजित एक मुस्लिम सभा को संबोधित कर रहे थे. बता दें कि पिछले साल ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनावों में हसन रूहानी ने लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव जीत लिया था. इससे पहले साल 2013 में हसन रूहानी ईरान के राष्ट्रपति बने थे और 4 साल के कार्यकाल के बाद हुए चुनावों में उन्हें दूसरी बार राष्ट्रपति के तौर पर लोगों ने चुना है.


ईरान में रूहानी की छवि एक आधुनिक नेता के रूप में है. 68 वर्षीय रूहानी देश में व्यापक राजनीतिक आजादी और बाहरी दुनिया के देशों के साथ मधुर संबंधों के अपने वादे से ज्यादा उदारवादी और सुधारवादी मानसिकता वाले ईरानियों के लिये उम्मीद बनकर उभरे हैं.