Myanmar News: म्यांमार की एक अदालत ने अवैध तरीके से वॉकी टॉकी रखने के लिए आरोप में आंग सान सू की पर दायर मुकदमे पर फैसला टाल दिया है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक अदालत ने अवैध रूप से आयात करने और वॉकी टॉकी रखने के लिए आंग सान सू की के मुकदमे में अपना फैसला सोमवार को स्थगित कर दिया. अदालत ने अपना फैसला 27 दिसंबर तक स्थगित किया है. नोबेल पुरस्कार विजेता को तब से हिरासत में लिया गया था जब इसी साल 1 फरवरी को उनकी सरकार के खिलाफ तख्तापलट किया गया. इस साल फ़रवरी में आंग सान सू की के नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक सरकार के तख़्तापलट के बाद सेना को नागरिकों के विरोध का भी सामना करना पड़ा था.
सू की पर अवैध तरीके से वॉकी टॉकी रखने का आरोप
76 वर्षीय आंग सान सू की पर अदालत को अवैध रूप से आयात किए गए वॉकी टॉकी के आरोपों पर फैसला सुनाना था लेकिन जज ने बिना किसी स्पष्टीकरण के मामले को 27 दिसंबर तक के लिए स्थगति कर दिया. इस महीने की शुरुआत में सू की को सेना के खिलाफ लोगों को उकसाने और कोविड प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के लिए चार साल की जेल हुई थी. जिसकी अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने व्यापक रूप से निंदा की थी. जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग(Junta Chief Min Aung Hlaing) ने बाद में कार्यकाल को दो साल के लिए कम कर दिया और आदेश देते हुए राजधानी नायपीडॉ (Capital Naypyidaw) में नजरबंद के तहत सजा काटने को कहा.
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तख्तापलट के बाद भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे
अवैध तरीके वॉकी-टॉकी आयात करने के आरोपों में दोषी पाए जाने पर आंग सान सू की को तीन साल की जेल हो सकती है. तख्तापलट के दौरान सैनिकों और पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा था और कथित तौर पर प्रतिबंधित उपकरण को कब्जे में लिया था. सू की पर भ्रष्टाचार के कई मामलों का भी आरोप है जिनमें प्रत्येक मामले में 15 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है.