(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Myanmar Conflict : म्यांमार में हार गई सेना, विद्रोहियों का एक और शहर पर कब्जा, 26 लाख लोग विस्थापित
Myanmar Conflict :विद्रोहियों ने चीन की सीमा के पास एक प्रमुख क्षेत्रीय सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है, जो म्यांमार की सेना के लिए सबसे बड़ी हार है
Myanmar Conflict : म्यांमार में विद्रोह रुकने का नाम नहीं ले रहा है. विद्रोही लगातार म्यांमार की सेना को हराकर आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं. अब खबर है कि विद्रोहियों ने चीन की सीमा के पास एक प्रमुख क्षेत्रीय सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है, जो म्यांमार की सेना के लिए सबसे बड़ी हार है. म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी ने कहा कि उसने सरकारी सैनिकों के साथ 23 दिनों की लड़ाई के बाद जीत हासिल की है. सरकारी सैनिकों को हराकर चीन से सटे लैशियो शहर पर कब्जा कर लिया है. विद्रोही ने दावा किया हमारी सेना ने जीत हासिल की है और दुश्मन सैनिकों को हटा रही है. बयान में कहा गया कि स्थानीय लोग शांत रहें और नियमों का पालन करें. वहीं, न्यूज पोर्टल म्यांमार नाउ ने म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी का लैशियो में कब्जा करने की पुष्टि की.
म्यांमार में महीनों से चल रहा है गृह युद्ध
म्यांमार में महीनों से गृहयुद्ध चल रहा है. म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी उन अल्पसंख्यक विद्रोही समूहों में से है, जो सेना को उन क्षेत्रों से हटाने के लिए लड़ रहे हैं, जिन्हें वे अपना क्षेत्र मानते हैं. इसके लिए विद्रोहियों ने एक आंदोलन चलाया, जिसने जुंटा के शासन को कमजोर किया गया. धीरे-धीरे यह लड़ाई गृहयुद्ध में बदल गई. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इस युद्ध में म्यांमार के 26 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं. वहीं, कई लोग मारे भी जा चुके हैं.
सेना हार मानने को तैयार नहीं है
म्यांमार में यह लड़ाई असल में 2021 के बाद से शुरू हुई. यहां म्यांमार की सेना ने अस्थायी लोकतंत्र के बाद 2021 में सत्ता में वापसी की. अब यह युद्ध पूरे देश को तबाह कर रहा है, लेकिन सेना हार मानने को तैयार नहीं है. सेना जुंटा ने अपने विरोधियों को आतंकवादी कहा है. चीनी विदेश मंत्रालय ने भी इसमें हस्तक्षेप किया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
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