म्यांमार में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं. यहां तानाशाही के दमन से पूरा म्यांमार ही धधक उठा है. गौरतलब है कि तख्तापलट के बाद से लगातार सेना और नागरिकों के बीच भीषण संघर्ष हो रहा है.  रविवार को भी यहां बवाल जारी रहा. राजधानी यंगून के हेलिंगथ्या इलाके और अन्य शहरों में सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनाकारियों पर गोलियां चलाई. जिसमें देशभर से 39 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है.


चीन के खिलाफ गुस्से में हैं लोग

फरवरी में सैन्य तख्तापलट के बाद रविवार का दिन म्यांमार के इतिहास का सबसे काला दिन दर्ज किया गया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक सैन्य कार्रवाई में यंगून के हेलिंगथ्या में 22 लोगों समेत पूरे म्यांमार में 39 लोग मारे गए हैं. म्यांमार के लोगों का आरोप है कि तख्तापलट के पीछे चीन का हाथ है इसलिए लोग चीन के खिलाफ गुस्से में हैं.

तख्तापलट के बाद से अब तक 100 से ज्यादा लोग मारे गए

रविवार को हेलिंगथ्या इलाके में चीन की दो फैक्ट्रियों को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया था.जिसके जवाब में सैन्य कार्रवाई में 39 लोगों की मौत का दावा है जो एक दिन में सबसे ज्यादा है गौरतलब है कि फरवरी में तख्तापलट के बाद अब तक सौ से ज्यादा लोग मारे गए हैं . वहीं प्रदर्शनकारियों ने चीन को जा रही प्राकृतिक गैस की पाइपलाइन उड़ाने की धमकी भी दी है. कई जगह चीन के खिलाफ नारेबाजी की गई, इस वजह से यहां रह रहे चीनी काफी दहशत में हैं.

हेलिंगथया में लगाया गया मार्शल लॉ

इस बीच म्यांमार के सरकारी टीवी द्वारा हेलिंगथया में सैन्य तानाशाही की ओर से मार्शल लॉ लगाए जाने की जानकारी भी दी गई है. बता दें कि इससे पहले शनिवार को भी सुरक्षाकर्मियों ने 13 प्रदर्शनाकारियों को मार गिराया था. वहीं पॉलीटिकल प्रिजनर्स एडवोकेसी ग्रुप के मुताबिक अब तक 2100 से ज्यादा लोगों को अहिरासत में लिया जा चुका है

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