Army Rule in Myanmar : म्यांमार में अभी सैन्य सत्ता लागू है. म्यांमार के हालात की अधिक जानकारी दुनिया तक नहीं पहुंचती है. हालांकि अब एक शख्स ने वहां के हालात का जिक्र किया है, जिसे सुनकर सब चौंक गए हैं.  माऊंग माऊंग नाम के इस व्यक्ति ने बताया कि देश से आंग सान सू की के तख्तापलट के बाद जुंटा के शिकंजे से बचने के लिए उसने अपनी नौकरी और घर सबकुछ छोड़ दिया. देश में बर्बरता इतनी ज्यादा हो गई कि फेसबुक पोस्ट पर एक लाइक करने पर उसके भाई का पैर चाकू से काट दिया गया. उसके घावों पर खौलता हुआ पानी डाल दिया गया था.


माऊंग माऊंग ने क्या बताया?


माऊंग माऊंग ने द इंडिपेंडेंट को बताया, “मैं म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून में जर्नलिस्ट था. बात 1 फरवरी 2021 की है, जब म्यांमार की सेना ने देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया और रातों-रात देश में सबकुछ बदल गया. जिसके बाद पूरे देश में लाखों लोग तख्तापलट के खिलाफ सड़कों पर उतर आए, लेकिन सेना ने उन पर क्रूरता की हदें पार कर दी. इस दौरान हजारों लोग मारे गए और हजारों लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया. देश में कर्फ्यू लगाया गया. हर घर की तलाशी लेकर संदिग्ध पाए गए लोगों को गिरफ्तार किया गया. यहां तक की देश में सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी बैन लगा दिया गया था.


फोन में फोटो मिली तो सात साल की कैद


माऊंग माऊंग ने आगे लिखा, “ मेरे एक दोस्त को 3 महीने तक जेल में बांधकर रखा गया था. इसके अलावा जिन विदेशी पत्रकारों के फोन में आंग सान सू की की फोटो थी, उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई. जेल में उन्हें खूब यातनाएं दीं गईं.”


उन्होंने आगे बताया, “मेरे तीन भाईयों में से एक को फेसबुक पोस्ट लाइक करने पर गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पैर काट दिए गए और घावों पर खौलता हुआ पानी डाला गया था, इससे वह बेहोश हो गया था. अगली सुबह जब वह होश में आया, तो उसे सैनिकों ने घसीटकर बाहर निकाला और चिलचिलाती धूप में तब तक बांधकर रखा, जब तक फिर से बेहोश नहीं हो गया. इसके बाद जब वह दूसरी बार उठा, तो उसने खुद को इनसेन जेल की ओर जा रहे एक ट्रक में पाया था.''