(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लातविया के समुद्र तट पर खोजा गया रहस्यमयी 40 फीट लंबा जहाज, रेत के नीचे दबा मिला 200 साल पुराना ब्रिटिश जहाज!
रहस्यमयी जहाज की खोज लातविया की राजधानी रीगा में डौगवग्रीवा समुद्र तट पर स्थानीय लोगों ने की है. स्थानीय लोगों ने ही सबसे पहले पानी की सतह पर मलबे को देखा था.
Mysterious 40ft-long Shipwreck: लातविया नाम के एक देश में समुद्र किनारे 40 फीट लंबा रहस्यमयी जहाज का मलबा मिला है. विशेषज्ञों का मानना है कि ये जहाज 200 साल पुराना है और 1800 के दशक में रॉयल नेवी का अवशेष हो सकता है. जहाज के मलबे से मिले सबूतों के आधार पर ये दावा किया जा रहा है. हालांकि यह जहाज कहां का है, इसका सटीक खुलासा नहीं हो सका है.
इस रहस्यमयी जहाज की खोज लातविया की राजधानी रीगा में डौगवग्रीवा समुद्र तट पर स्थानीय लोगों ने की है. स्थानीय लोगों ने ही सबसे पहले पानी की सतह पर तैर रहे एक विशाल मलबे को देखा था. इसके बाद लोग मलबे के करीब गए और प्रशासन को इसकी जानकारी दी. खुदाई और जांच में इस विशालकाय रहस्यमयी जहाज का खुलासा हुआ है.
लातविया के राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत बोर्ड के एक प्रवक्ता ने कहा कि मलबे में हजारों तांबे की कीलें लगी हुई मिली हैं. इससे संकेत मिलता है कि जहाज तांबे की प्लेटों से ढका हुआ था. यह या तो एक युद्धपोत था या एक लंबी दूरी का व्यापारी जहाज था जो बहुत लंबी यात्राओं पर गया था. जहाजों के पानी के नीचे के हिस्सों पर कॉपर चढ़ाना 18वीं सदी के अंत में अंग्रेजों द्वारा शुरू किया गया था, इसलिए यह मलबा शायद 19वीं सदी का है.
उन्होंने बताया, मलबे में इस्तेमाल की गई लकड़ी ओक है जो 1800 के मध्य तक ब्रिटेन में एक लोकप्रिय जहाज निर्माण सामग्री थी. रेत का एक विशाल 36 फीट * 13 फीट कंबल को हटाना पड़ा. उन्होंने कहा, हमें महसूस हो गया है कि रेत के नीचे शायद एक बड़ा जहाज छिपा हुआ हो सकता है. जहाजों के नीचे तांबे की प्लेटिंग ब्रिटिशर्स ने 18वीं शताब्दी के आखिर में शुरू की थी.
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