कोविड-19 मरीज़ों के इलाज में एन-95 मास्क कारगर- अध्ययन
कोरोना वायरस मरीज़ों का इलाज कर रहें डॉक्टरों के लिए एन-95 मास्क बेहद जरूरी माना जा सकता है. अध्ययन के मुताबिक एन-95 मास्क हवा में मौजूद बेहद मामूली कणों को भी रोकने में 95 फीसदी तक सक्ष्म है.
अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने 1990 से पिछले महीने तक इस्तेमाल में लाए गए मास्क पर हुए चार नैदानिक परीक्षणों की व्यवस्थित समीक्षा की. समीक्षा में पता चला ये मास्क वायरल की चपेट में आने या श्वसन संबंधी रोग को बढ़ने से रोकते हैं. समीक्षा में कनाडा की मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक भी शामिल थे. वैज्ञानिकों का कहना है कि कसकर लगाए गए एन-95 मास्क हवा में फैले सूक्ष्म कणों को मानव शरीर के भीतर जाने से रोकते हैं और कोविड-19 मरीजों के गले में सांस की नली डालने में शामिल स्वास्थ्यकर्मियों के लिये ये मास्क सबसे कारगर हैं.
वैज्ञानिकों ने कहा है कि रोगी के गले में सांस की नली डालते वक्त इसका खास ख्याल रखा जाना चाहिये. मैकमास्टर यूनिवर्सिटी में पैथोलॉजी एंड मॉलिक्यूलर मेडिसिन के प्रोफेसर मार्क लोएब ने कहा, 'राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिशा-निर्देशों में सर्वसम्मति से अनुशंसा की गई है कि एयरोसोल प्रक्रिया के दौरान एन-95 लगाए जाने चाहिये."
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