नई दिल्ली: ब्रिटेन की विदेश मंत्री एलिजबेथ ट्रस गुरुवार को भारत की यात्रा पर आयेंगी. उनकी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन और रूस के बीच एक महीने से ज्यादा समय से घमासान युद्ध चल रहा है. युद्ध की शुरुआत पिछले महीने 24 फरवरी को हुई थी जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. इसके बाद से ही ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ काफी सख्त रुख अपनाया है. ब्रिटेन ने जहां रूस की तीखी आलोचना की है वहीं मॉस्को पर प्रतिबंध भी लगाए हैं.
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस यात्रा के दौरान ट्रस अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ साझा हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी. पिछले कुछ सप्ताह में ऑस्ट्रिया और यूनान के विदेश मंत्रियों, अमेरिका की राजनीतिक मामलों की उप मंत्री विक्टोरिया नूलैंड सहित पश्चिम देशों के कई उच्चाधिकारियों की भारत यात्रा हुई है.
यूक्रेन पर हो सकती है चर्चा
समझा जाता है कि ट्रस और जयशंकर के बीच बातचीत के दौरान यूक्रेन की उभरती स्थिति पर विस्तृत चर्चा हो सकती है. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘इस यात्रा से कारोबार, निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु सहयोग, शिक्षा एवं डिजिटल संवाद जैसे विषयों पर गठजोड़ को और गहरा बनाने में मदद मिलेगी.’’
‘रोडमैप 2030’ की प्रगति का मूल्यांकन किया जाएगा
इसमें कहा गया है कि ट्रस की यात्रा से ‘रोडमैप 2030’ की प्रगति का मूल्यांकन भी किया जाएगा. ट्रस भारत-ब्रिटेन सामरिक भविष्य मंच के उद्घाटन सत्र में भी हिस्सा लेंगी.
गौरतलब है कि भारत और ब्रिटेन ने अपने संबंधों को पिछले वर्ष मई में समग्र सामरिक गठजोड़ के स्तर पर उन्नत किया था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन ने डिजिटल माध्यम से शिखर बैठक में हिस्सा लिया था.
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