पीएम मोदी ने कतर के अमीर से की बात, भारत में निवेश के लिए टास्क फोर्स गठित करने का लिया फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल सानी की बीच बातचीत हुई. जिसमें उन्होंने निवेश के प्रवाह और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का संकल्प लिया.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल सानी ने मंगलवार को निवेश के प्रवाह और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का संकल्प लिया. साथ ही खाड़ी देश के भारत में निवेश को आगे बढ़ाने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स गठित करने का फैसला किया.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, मोदी ने टेलीफोन पर हुई इस बातचीत के दौरान अल सानी को कतर के आगामी राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं दीं. कतर के अमीर ने शुभकामनाओं के लिए मोदी को धन्यवाद कहा और वहां के राष्ट्रीय दिवस समारोहों में भारतीय समुदाय की भागीदारी की सराहना की. उन्होंने मोदी को दीपावली की बधाई भी दी.
Had a very pleasant conversation with my good friend @TamimBinHamad. Conveyed greetings for Qatar's forthcoming National Day. Qatar is a vital pillar of India's energy security and a valued source of FDI. We agreed to deepen our cooperation in all areas.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2020
सभी क्षेत्रों में अपने संबंधों को और मजबूत बनाने पर हम सहमत हुए- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मेरे अच्छे मित्र मीर शेख तमीम बिन हमद अल सानी से बहुत सुखद वार्ता हुई. कतर के राष्ट्रीय दिवस पर मैंने उन्हें शुभकामनाएं दीं. भारत की ऊर्जा सुरक्षा में कतर एक महत्वपूर्ण स्तंभ और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का एक अहम स्रोत है. सभी क्षेत्रों में हम अपने संबंधों को और मजबूत बनाने पर सहमत हुए.’’ पीएमओ के मुताबिक, दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच निवेश के प्रवाह और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने को लेकर चर्चा की और इस दिशा में हाल में हुई सकारात्मक वृद्धि की समीक्षा भी की.
दोनों नेताओं ने मिलने पर भी सहमति जताई- पीएमओ
पीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने कतर निवेश प्राधिकरण के भारत में निवेश को और सुविधाजनक बनाने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स गठित करने का फैसला किया. दोनों नेताओं ने भारत में समग्र ऊर्जा मूल्य-श्रृंखला में कतर के निवेश की संभावनाएं तलाशने का निश्चय किया. दोनों नेताओं ने लगातार संपर्क में बने रहने और कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति के सामान्य होने के बाद मिलने पर भी सहमति जताई.
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