नई दिल्ली: एक एस्ट्रोनॉट के लिए अंतरिक्ष में वक्त बिताना सपने के सच हो जाने जैसा होता है. नासा की एस्ट्रोनॉट क्रिस्टीना कुक ने अंतरिक्ष में करीब 11 महीने बिताए. इस दौरान वो लंबे वक्त के लिए स्पेस स्टेशन से बाहर भी निकलीं. वो अब पृथ्वी पर वापस लौट आई हैं.


अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर क्रिस्टीना ने करीब 11 महीने बिताए यानि करीब 328 दिन. किसी महिला के लिए ये सबसे लंबा अंतरिक्ष मिशन था. क्रिस्टीना के साथ एक दूसरे वैत्रानिक लुका परमितनो और रशियन एस्ट्रोनॉट अलेक्जेंडर भी धरती पर वापस लौट आए.


इन लोगों ने एक वीडियो में बनाया है जिसमें ये लोग अपने यान से बाहर आते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस मानव मिशन की शुरूआत 14 मार्च 2019 को हुई थी. आपको बता दें कि क्रिस्टीना कुक का जन्म मिशिगन में हुआ था और वो पेशे से इंजीनियर हैं.


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क्रिस्टीना से पहले नासा की ही पेगी व्हिटसन ने साल 2016-2017 में 289 दिन अंतरिक्ष में बिताए थे. 41 साल की क्रिस्टीना का ये मिशन काफी व्यस्त रहा जिसमें उन्होंने भविष्य के मंगल और चंद्र मिशन के लिए महत्वपूर्ण डेटा जुटाया.


आपको बता दें कि उन्होंने धरती के 5248 चक्कर लगाए और 13.9 करो़ड़ किलोमीटर की दूरी तय की. उन्होंने छह बार अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकल कर चहलकदमी की और खुले अंतरिक्ष में करीब 42 घंटे बिताए. कुक ने धरती पर लौटने के बाद कहा कि वे बहुत खुश महसूस कर रही हैं.


नासा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस मिशन के दौरान कई महत्वपूर्ण बातें पता चली हैं जो आने वाले वक्त में काम आएंगी. अगले दशक में चंद्रमा की सतह पर स्थाई स्पेशन बनाना नासा का लक्ष्य है.