NASA Crashes Dart Spacecraft on Asteroid: पृथ्वी (Earth) की तरफ बढ़ रहे एक स्टेरॉयड (Asteroid) यानी क्षुद्रग्रह की दिशा मोड़ने का प्रयास किया गया है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) दावा कर रही है कि वह इस प्रयास में सफल रही है. इसके लिए नासा ने अपने एक मिशन के तहत एस्टेरॉयड से उसके एक अंतरिक्ष यान (Spacecraft) की टक्कर करा दी है.
नासा के इस मिशन का नाम है डार्ट (DART) यानी डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट. चर्चा है कि नासा ने इस मिशन को एक हॉलीवुड (Hollywood) फिल्म की शैली में अंजाम दिया. हालांकि, फिल्म और नासा के मिशन के तरीके में थोड़ा फर्क है लेकिन दोनों में काफी समानताएं हैं. मिशन का आज तड़के पौने पांच बजे अंजाम दिया गया.
इस हॉलीवुड फिल्म के स्टाइल पर नासा का मिशन
1998 में हॉलीवुड की एक साइंस फिक्शन फिल्म 'आर्मेगेडन' (Armageddon) आई थी. फिल्म सुपर डुपर हिट रही थी. फिल्म का कथानक यह है कि वैज्ञानिकों को एक ऐसे एस्टेरॉयड के बारे में पता चलता है जो 18 दिन में पृथ्वी से टकराने वाला है और जिसका आकार अमेरिकी राज्य टेक्सास के बराबर है. इस पर विशेषज्ञों की एक टीम बनाई जाती है. टीम एक मिशन शुरू करती है. मिशन यह होता है कि एस्टेरॉयड में ड्रिल करके एक छेद बनाकर उसमें परमाणु बम फिट किया जाएगा और धमाका कर एस्टेरॉयड के टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे.
नासा का यह मिशन एस्टेरॉयड के टुकड़े करने को लेकर तो नहीं था लेकिन उसकी दिशा मोड़ने को लेकर जरूर था. समानता यह है कि यह एस्टेरॉयड भी पृथ्वी को भारी नुकसान पहुंचा सकता था. इस स्टेरॉयड का आकार एक फुटबॉल स्टेडियम के बराबर बताया गया है.
कौन से एस्टेरॉयड से टकराया नासा का एयरक्राफ्ट
नासा के मुताबिक, अंतरिक्ष में डिडिमोस नाम का एक एस्टेरॉयड है. इस एस्टेरॉयड का एक मूनलेट यानी सैटेलाइट है, जिसका नाम है डाइमॉरफस. यही डाइमॉरफस पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा था. नासा के मुताबिक, उसका स्पेसक्राफ्ट डार्ट मिशन के तहत डाइमॉरफस से टकराया है.
क्या हो अगर पृथ्वी से टकरा जाए एस्टेरॉयड?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, अंतरिक्ष में पृथ्वी के आसपास करीब आठ हजार नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स (NEO) हैं. इन्हें विशालकाय पत्थर कह सकते हैं. इनमें से कुछ का व्यास 460 फीट से भी ज्यादा है. इनमें से एक पत्थर अगर पृथ्वी पर गिरता है तो अमेरिका एक राज्य को खत्म कर सकता है और अगर समंदर में गिरता है तो अब तक की सबसे भयानक सुनामी ला सकता है.
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के मुताबिक, नासा के इस मिशन की सफलता से तय है भविष्य में पृथ्वी की तरफ आने वाले ऐसे खतरों से निपटा जा सकेगा. मतलब किसी एस्टेरॉयड से पृथ्वी का महाविनाश नहीं हो पाएगा.
नासा के मिशन का वीडियो
इस थीम पर और भी कई फिल्में
एस्टेरॉयड की टक्कर से पृथ्वी को बचाने की थीम पर और भी कई हॉलीवुड फिल्में आ चुकी है, जिन्हें दर्शकों ने काफी पसंद किया. 1998 में ही फिल्म 'डीप इमपैक्ट' आई थी. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने दोनों फिल्मों में से 'डीप इम्पैक्ट' सच के करीब बताया था.
इनसे पहले 1958 में इटली की पहली एक साइंस फिक्शन फिल्म आई, जो इसी थीम पर आधारित थी. फिल्म का नाम है 'द डे द स्काई एक्सप्लोडेड'. 1979 में 'मीटियोर', 1984 में 'नाइट ऑफ द कॉमेट' और 2015 में 'द गुड डायनासोर' नामक हॉलीवुड फिल्में आईं, जिनकी कहानियां भी एस्टेरॉयड और धरती की टक्कर विषय पर आधारित थीं. वहीं, 2021 में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म 'डोंट लुक अप' में भी पृथ्वी से टकराने वाले खतरों के बारे में दिखाया गया है.
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