Super Earth News: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने दावा किया है कि उसने एक ग्रह को खोज निकाला है जो पृथ्वी (Earth) से चार गुना बड़ा है. इसे सुपर अर्थ (Super Earth) कहा जा रहा है. सुपर अर्थ का वैज्ञानिक नाम रॉस 508बी (Ross 508b) है. नासा के मुताबिक, इस ग्रह पर महज 10.8 दिनों में एक साल (A Year) बीत जाती है. यह सौर मंडल (Solar System) के बाहर तारे की परिक्रमा कर रहा है और अपने स्टार हैबिटेट जोन (Star Habitat Zone) में अंदर-बाहर हवा में तैर रहा है. ऐसे ग्रह को एक्सोप्लानेट (Exoplanet) कहा जाता है. यह एक्सोप्लानेट पृथ्वी से 37 प्रकाश वर्ष दूर है. 


जिस तरह धरती सूर्य का चक्कर लगाती है, उसी तरह सुपर अर्थ एम-टाइप स्टार का परिक्रमा करती है. एम-टाइप स्टार अपनी तरह का सबसे आम तारा है जो सूर्य की तुलना में बहुत ज्यादा लाल, ठंडा और मंद है. इन्हें लाल बौना तारा या अंग्रेजी रेड डार्फ स्टार भी कहा जाता है. लाल बौने तारे पृथ्वी के सौर मंडल के आसपास प्रचुर मात्रा में हैं और आकाशगंगा में तीन-चौथाई तारे बनाते हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि रॉस 508बी नाम वाली यह सुपर अर्थ अपनी सतह पर पानी बनाए रखने में सक्षम हो सकती है.



यह भी पढ़ें- China Spy Ship: श्रीलंका में चीन के जासूसी जहाज को लेकर गहरा सकते हैं मतभेद! जानें भारत के दबाव के बाद क्यों टेंशन में है ड्रैगन?


दो साल पहले भी मिल चुकी है एक सुपर अर्थ


2020 में भी एक रोचक सुपर अर्थ की खोजी गई थी. न्यूजीलैंड के कैंटरबरी विश्वविद्यालय के खगोलशास्त्रियों ने पहले से अनदेखे इस ग्रह की खोज की थी और इसका आकार और द्रव्यमान पृथ्वी के बराबर बताया था. इस ग्रह का मेजबान तारा सूर्य के द्रव्यमान का 10 लगभग 10 फीसदी है. पृथ्वी और नेप्ट्यून के बीच का इसका द्रव्यमान आंका गया था और यह शुक्र ग्रह और पृथ्वी के बीच मूल तारे की परिक्रमा लगाता मिला था.


यह भी पढ़ें- PLA War Drill: शेड्यूल खत्म होने के बाद भी चीन का युद्धाभ्यास चालू, बोला- ताइवानी डिफेंस पर दबाव जारी रखेंगे