James Webb Telescope Launch: विश्व की सबसे बड़ी और सर्वाधिक शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन 'जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप' (James Webb Telescope) शनिवार को अपने अभियान पर रवाना हो गई, जो आरंभिक तारों और आकाशगंगाओं की खोज के साथ ही जीवन के संकेतों का पता लगाने के लिए ब्रह्मांड की पड़ताल करेगी.


अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की 'जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन' ने दक्षिण अमेरिका के उत्तर-पूर्वी तट स्थित फ्रेंच गुयाना अंतरिक्ष केंद्र से क्रिसमस की सुबह यूरोपीय रॉकेट 'एरियन' पर सवार होकर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी.


हबल स्पेस टेलीस्कोप का होता था इस्तेमाल 


नासा (NASA) अभी तक अंतरिक्ष की जानकारियों के लिए हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) का इस्तेमाल किया करता था, लेकिन जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप, हबल टेलीस्कोप से कई गुना ज्यादा शक्तिशाली है. इसे बनाने से लेकर लॉन्च करने तक में 10 अरब डॉलर का खर्च आया है.


पहुंचने में एक महीने का समय लगेगा


जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Telescope) अपने गंतव्य तक पहुंचने में 16 लाख किलोमीटर या चंद्रमा से चार गुना अधिक दूरी की यात्रा तय करेगी. इसे वहां पहुंचने में एक महीने का समय लगेगा और फिर अगले पांच महीनों में इसकी अवरक्त आंखें ब्रह्मांड की पड़ताल शुरू करने के लिए तैयार होंगी.


नासा के प्रशासक ने क्या कहा था?


नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था, "यह हमें हमारे ब्रह्मांड और उसमें हमारे स्थान की बेहतर समझ देने जा रही है कि हम कौन हैं, हम क्या हैं. हालांकि, उन्होंने आगाह करते हुए यह भी कहा था, "जब आप एक बड़ा पुरस्कार चाहते हैं, तो आपके सामने आमतौर पर एक बड़ा जोखिम होता है."


प्रक्षेपण एक सप्ताह तक हुआ प्रभावित


दुनियाभर में खगोलविदों को इस दूरबीन के प्रक्षेपण का बेसब्री से इंतजार था. अंतिम-मिनट की तकनीकी खराबी ने प्रक्षेपण को लगभग एक सप्ताह तक प्रभावित किया और फिर तेज हवा ने इसे क्रिसमस की ओर धकेल दिया.


लॉन्च से पहले दी गई थी चेतावनी 


नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने लॉन्च से पहले चेतावनी दी थी कि '300 से ज्यादा चीजें गलत हो सकती हैं, जो लॉन्च को रोक सकती है. इस सप्ताह अधिकारियों ने बताया था कि रॉकेट और टेलीस्कोप के बीच रुक-रुक कर कम्युनिकेशन हो रहा है. 


जेम्स वेब के नाम पर दूरबीन का नाम


पुरानी हबल अंतरिक्ष दूरबीन के उत्तराधिकारी के रूप में, लंबे समय से लंबित जेम्स वेब दूरबीन का नाम 1960 के दशक में नासा के प्रशासक रहे जेम्स वेब के नाम पर रखा गया है. इस नई सात टन वजनी दूरबीन को बनाने और प्रक्षेपित करने के लिए नासा ने यूरोपीय और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ भागीदारी की, जिस पर 1990 के दशक से 29 देशों के हजारों लोग काम कर रहे थे.


ब्रह्मांड की उत्तपति पर खोज


जेम्स वेब टेलीस्कोप के अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद, ब्रह्मांड के निर्माण के शुरुआती चरणों के दौरान बने सितारों और आकाशगंगाओं (galaxies) की ओर 13.7 अरब वर्ष पीछे देखने का प्रयास करेगा. जेम्स वेब टेलीस्कोप को धरती पर इंसानों द्वारा बनाया गया टाइम मशीन भी कहा जा रहा है, क्योंकि ये ब्रह्मांड की उत्तपति की खोज करने वाला है. 


वैज्ञानिकों ने एक-दूसरे को लगाया गले


नियंत्रण कक्ष में मौजूद लोगों ने सांता टोपियां पहन रखी थीं. दूरबीन के प्रक्षेपण के बाद केंद्र में तालियों की गड़गड़ाहट हुई और उत्साही वैज्ञानिकों ने एक-दूसरे को गले लगाया. वे दूरबीन का नाम लेकर चिल्ला रहे थे, "गो वेब (जाओ वेब)."


एरियनस्पेस के मुख्य कार्याधिकारी स्टीफन इजराइल ने प्रक्षेपण के बाद कहा, "हमने आज सुबह मानवता के लिए प्रक्षेपण किया." दूरबीन में कई उपकरण लगे हैं और इसमें सोने की परत चढ़ा एक दर्पण भी लगा है.