नासा ने 2024 तक चंद्रमा के लिए बनाई तीन अलग-अलग परियोजनाएं, 28 बिलियन डॉलर रखी कीमत
नासा प्रमुख जिम ब्रिडेंस्टाइन ने अपने तीन अलग-अलग परियोजनाओं में चंद्र लैंडर का निर्माण करने की परियोजना का खुलासा किया है. इस पूरी परियोजना पर 28 बिलियन डॉलर के अनुमानित खर्च की बात कही जा रही है.
नई दिल्लीः नासा अपने तीन अलग-अलग परियोजनाओं में चंद्र लैंडर का निर्माण करने की परियोजना बना रहा है. इस बात का खुलासा नासा की ओर से सोमवार को किया गया. इसमें बताया गया कि 2024 में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर ले जाने और वहां से वापस वापस लाने की अपनी नवीनतम योजना पर काम हो रहा है. इसमें बताया गया है कि इस पूरी परियोजना पर 28 बिलियन डॉलर तक का अनुमानित खर्च हो सकता है. इसमें यह भी बताया गया की इसमें से 16 बिलियन डॉलर का खर्च चंद्र लैंडिंग मॉड्यूल पर खर्च किया जाएगा.
नासा प्रमुख जिम ब्रिडेंस्टाइन ने सोमवार को पत्रकारों के साथ एक फोन ब्रीफिंग में मानव को एक बार फिर से चंद्रमा पर ले जाने वाले आर्टेमिस मिशन पर चर्चा की. जिम ब्रिडेंस्टाइन का कहना है कि 'महत्वपूर्ण चुनाव से पहले "पॉलिटिकल रिस्क" अक्सर नासा के काम के लिए सबसे बड़ा खतरा रहे हैं. इससे पहले भी नासा के प्रोजेक्ट पर अरबों डॉलर खर्च करने के बाद बराक ओबामा ने एक मानवयुक्त मंगल मिशन के लिए योजनाओं को रद्द कर दिया था.'
जिम ब्रिडेंस्टाइन के अनुसार चुनाव से पहले अगर कांग्रेस 3.2 बिलियन डॉलर की पहली किश्त को मंजूरी दे देती है, तो अभी भी हम 2024 तक चंद्रमा लैंडिंग के लिए ट्रैक पर चल रहे हैं. नासा प्रमुख जिम ब्रिडेंस्टाइन ने बताया कि तीन अलग-अलग परियोजनाओं में चंद्र लैंडर का निर्माण करने की परियोजना है. जिसमें दो अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाया जाएगा. जिनमें से एक महिला अंतरिक्षयात्री शामिल होगी.
नासा की इस परियोजना को ब्लू ओरिजिन की ओर से विकसित किया जा रहा है, जिसे अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस ने लॉकहीड मार्टिन, नॉर्थ्रॉप ग्रुमैन और ड्रेपर की साझेदारी में स्थापित किया है. अन्य दो परियोजनाएं एलोन मस्क के स्पेसएक्स और कंपनी डायनेटिक्स की ओर से की जा रही हैं.
आर्टेमिस I की पहली उड़ान 2021 के नवंबर के लिए निर्धारित की गई है. जिसे मानव रहित किया जाएगा. इसके बाद आर्टेमिस II 2023 में चंद्रमा की कक्षा में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएगा, लेकिन जमीन पर नहीं उतरेगा. इस परियोजना के अंत में आर्टेमिस III अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. यह चंद्रमा की सतह पर एक सप्ताह तक रुकने के साथ ही कुछ साधारण गतिविधि भी करेगा.
इसे भी पढ़ेंः World Corona Update: दुनियाभर में एक्टिव केस में आई कमी, संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी
अमेरिका-ब्राजील में हैं दुनिया के 37% कोरोना मामले, लेकिन नए मामलों की रफ्तार भारत से एक चौथाई