Artemis I Orion Spacecraft News: नासा का आर्टेमिस I ओरियन अंतरिक्ष यान चांद से धरती पर आ चुका है. यह स्पेसक्राफ्ट पिछले महीने 11 दिसंबर को धरती पर लौट आया था. इसके बाद से नासा की टेक्नीशियन टीम स्पेसक्राफ्ट की जांच में जुट चुकी है. आर्टेमिस I ओरियन अंतरिक्ष यान ने चांद पर लगभग 25 दिन बिताए थे. नासा ने स्पेसक्राफ्ट की जांच करते हुए तस्वीरें भी साझा की हैं. फोटो में देखा जा सकता है कि नासा के साइंटिस्ट क्राफ्ट के कैप्सूल की बहुत ही गहराई से जांच कर रहे हैं. यह एक तरह का हीट शील्ड है, जो 2,800 डिग्री के तापमान को झेलते हुए धरती के सौरमंडल में प्रवेश हुआ था.
नासा ने कहा कि हीट शील्ड को स्पेसक्राफ्ट से हटा दिया जाएगा. इसके बाद दूसरी तरह की विशेष जानकारी को कलेक्ट करने की कोशिश करेंगे. इतना ही नहीं, नासा की टीम कैप्सूल की विंडो के साथ-साथ बैक सेल पैनल पर थर्मल प्रोटेक्शन का भी टेस्ट कर रही है, जो स्पेसक्राफ्ट को स्पेस में और हाई-स्पीड, हाई-हीट रीएंट्री के दौरान कठोर परिस्थितियों से बचाने के लिए कवर करती है.
पांच एयरबैग का ग्रुप
कैप्सूल के सबसे ऊपर में एक डिफ्लेटेड क्रू मॉड्यूल ऑपरेटिंग सिस्टम लगा हुआ है. यह एक पांच एयरबैग का ग्रुप है, जो स्पलैशडाउन के बाद कैप्सूल को दाईं ओर ऊपर की ओर रखता है और कैनेडी को वापस ट्रांसपोर्ट करने से पहले डिफ्लेक्ट किया गया था. जबकि अभी भी फैसिलिटी के अनुसार कई तरह के बदलाव किए जाएंगे. फिलहाल इंजीनियर स्पेसक्राफ्ट के बाहरी एवियोनिक्स बक्से को हटाने की प्रक्रिया में हैं.
मुख्य लक्ष्य ओरियन के हीट शील्ड का टेस्ट करना
तकनीशियन इसे एक सर्विस स्टैंड में बदलने से पहले कैप्सूल के भीतर हवा के नमूने लेंगे जो इंटीरियर तक पहुंचने के लिए की परमिशन देगा. हैच खोलने के बाद तकनीशियन आंतरिक वैमानिकी बक्से और पेलोड को हटा देंगे. नासा ने कहा कि डिटेल टेस्ट करने के बाद, आर्टेमिस II मिशन के लिए एवियोनिक्स बॉक्स का दोबारा उपयोग में लाया जाएगा. एएफपी ने बताया कि कुछ शुरुआती टेस्ट के बाद मेक्सिको के बाजा कैलिफोर्निया तट पर अमेरिकी नौसेना के जहाज की मदद से ओरियन को कब्जे में लिया गया था.
चूंकि यह धरती के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करता है तो गम ड्रॉप के आकार के कैप्सूल को 2,800 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान का सामना करना पड़ता है, जो सूर्य की सतह का लगभग आधा होता है. इस मिशन का मुख्य लक्ष्य ओरियन के हीट शील्ड का टेस्ट करना था.
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