X-59 Aircraft News: नासा ने X-59 नामक सुपरसोनिक विमान बनाया है, जो उड़ान भरने को पूरी तरह से तैयार है. नासा का दावा है कि  X-59  पृथ्वी पर किन्हीं दो बिंदुओं के बीच लगभग 2 घंटे में यात्रा कर सकता है. ऐसे में यह दावा दर्शाता है कि इसकी गत‍ि हैरान करने वाली होगी. 


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन ने नासा के लिए X-59 क्वाइट सुपरसोनिक टेक्नोलॉजी विमान को बनाने का काम पूरा किया है. सुपरसोनिक विमान एक्स-59 को 'सन ऑफ कॉनकॉर्ड' (Son Of Concorde) कहा जा रहा है. 


बीस साल पहले लॉन्च हुआ था कॉनकार्ड


गौरतलब है कि बीस साल पहले दुनिया का पहला 'सुपरसोनिक विमान कॉनकार्ड'  लॉन्च किया गया था, जो 3 घंटे से भी कम समय में न्‍यूयॉर्क से लंदन जा सकता था. तब इस सुपरसोनिक विमान की स्‍पीड 2172 किलोमीटर प्रत‍िघंटे थी. लेकिन 2000 में एक हाई प्रोफाइल हादसा हुआ और इसका संचालन रोक दिया गया. 


अब उड़ने को तैयार है सन ऑफ कॉनकॉर्ड


अब तकरीबन 20 साल बाद नासा 'सन ऑफ कॉनकॉर्ड' लॉन्च करने जा रहा है. एजेंसी का कहना है कि  X-59 कॉनकार्ड की तुलना में छोटा और धीमा होगा. यह लगभग 1500 किलोमीटर प्रत‍िघंटे की रफ्तार से उड़ान भरेगा . एजेंसी का दावा है कि X59 15 घंटे की सामान्य उड़ान 39 मिनट में पूरी कर सकता है. लंदन से सिडनी जाने में 22 घंटे का समय लगता है, जिसे इस विमान के जरिये 2 घंटे से भी कम समय में नापा जा सकता है. 


न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, नासा द्वारा विकसित एक प्रायोगिक सुपरसोनिक विमान X-59 'सन ऑफ कॉनकॉर्ड' अब अपनी पहली परीक्षण उड़ान के लिए तैयार हो रहा है. अनुमान तो यहां तक है कि सबऑर्बिटल फ्लाइट्स 2 घंटे के भीतर पृथ्वी पर कहीं भी पहुंच सकती हैं.


सुपरसोनिक फ्लाइट्स पर काम कर रही स्पेसएक्स 


यही वजह है कि एलन मस्‍क जैसे तमाम बिजनेसमैन सुपरसोनिक फ्लाइट्स पर काम कर रहे हैं.  गौरतलब है कि 2020 में एलन मस्क की कम्पनी स्पेसएक्स ने अपने स्टारशिप रॉकेट की योजना का खुलासा किया था. तब कहा गया था कि यह विमान एक घंटे से भी कम समय में 100 यात्रियों को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक ले जाने में सक्षम होगा. 


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