कनाडा की कोर्ट ने एक शख्स को जानबूझकर ट्रक से टक्कर मारकर एक मुस्लिम परिवार के 4 लोगों की जान लेने का दोषी ठहराया है. कोर्ट ने दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. कोर्ट ने मामले में सख्त टिप्पणी करते हुए अपराधी के हमले को आतंकवाद के बराबर बताया है. 


यह पहला मामला है जब कनाडा के आतंकवाद कानूनों को फर्स्ट डिग्री मर्डर के केस में जूरी के सामने रखा गया. ओंटोरियो की एक कोर्ट में जस्टिस रेनी पोमरेंस ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अपराध की क्रूरता को देखते हुए कनाडाई कानून की सख्त सजा दिए जाने की जरूरत है. 2021 में नेतेलियन वेल्टमैन ने अफजाल परिवार के लोगों को ट्रक से टक्कर मारी दी थी, जिनमें से 4 की मौत हो गई और एक की मुश्किल से जान बची थी.


कोर्ट ने कहा, सिर्फ मुस्लिम होने की वजह से किया हमला
जज पोमरेंस ने कहा, 'अपराधी पीड़ितों को नहीं जानता था और न ही वह उनसे कभी मिली. उसने अफजाल परिवार को सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि वे मुस्लिम थे. यह अपराधी गलत फैसला था कि इस वजह से वह किसी को मौत के घाट उतार दे. कोई इस हद तक कैसे जा सकता है.' जस्टिस पोमरेंस ने कहा कि अपराधी इंटरनेट पर चरमपंथी राइट-विंग से जुडा कनटेंट देखता था, जिससे वह प्रभावित था और सामूहिक हत्या करने वालों से प्रेरित होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया है. उसका यह कृत्य आतंकवाद के बराबर है.


कोर्ट ने कहा कि अपराधी ने पुलिस को दिए अपने बयान में भी कहा कि वह पूरी दुनिया को यह बताना चाहता था कि उसने क्या किया और क्यों किया. तो यह उसका एक प्लान था. वह  इसके जरिए मुस्लिम लोगों को डराना और धमकाना चाहता था. उसने सामुहिक हत्यारों से प्रेरित होकर ये किया. साथ ही वह दूसरे लोगों को इसके लिए उकसाना चाहता था ताकि वह हत्या करने जैसे अपराध करे. 


श्वेत वर्चस्वादी विचारधारा से प्रेरित है अपराधी
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने वेल्टमैन का वह वीडियो भी देखा, जिसमें वह एक जासूस को बता रहा था कि उसका अफजाल फैमिली पर हमला श्वेत राष्ट्रवादी मान्यताओं से प्रेरित था. वीडियो से कोर्ट को यह भी पता चला कि वेल्टमैन ने एक पत्र लिखा था जिसमें उसने हमले से पहले के हफ्तों में खुद को एक श्वेत वर्चस्ववादी बताया था.


पीड़ित परिवार ने नहीं स्वीकारी माफी
वेल्टमैन ने अपनी गवाही में बताया कि वह अपने पिकअप ट्रक से किसी पर हमला करने पर विचार कर रहा था तभी उसे फुटपाथ अफजाल फैमिली वॉक करते हुए नजर आई तो उसको उन्हें टक्कर मारने की इच्छा हुई. उसने बताया कि वह उनके कपड़ों और दाढ़ी देखकर समझ गया कि ये लोग मुस्लिम हैं. पिछले महीने सुनवाई के दौरान, वेल्टमैन ने पीड़ित परिवार से माफी भी मांगी, लेकिन उन्होंने स्वीकर नहीं की


वेल्टमैन के इस हमले में 46 वर्षीय सलमान अफजाल, उनकी 44 वर्षीय पत्नी मदीहा सलमान, 15 साल की बेटी युमना और 74 साल की सलमान अफजाल की मां तलत अफजाल की जान गई थी. उनके 9 साल के बेटे को भी गंभीर चोटें आई थीं. हालांकि, वह बच गया.


25 साल तक नहीं मिल सकती पेरोल
पीड़ित परिवार के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि वेल्टमैन श्वेत वर्चस्ववादी मानसिकता का व्यक्ति है, जो हिंसा फैलाना चाहता है. उसने प्लानिंग के साथ अफजाल फैमिली को ट्रक से टक्कर मारी ताकि वह मुसलमानों में डर फैला सके और वे कनाडा छोड़कर चले जाएं. उधर, वेल्टमैन के वकील ने उसको मानसिक रूप से बीमार बताया. कोर्ट ने वेल्टमैन को उम्रकैद की सजा सुनाई है. कानाडा के कानून में उम्रकैद की सजा में 25 साल तक दोषी को पैरोल नहीं मिलती है.


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