लाहौरः पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (रिटायर्ड) मोहम्मद सफदर को बेगम कुलसुम के जनाजे की नमाज में शामिल होने के लिए पैरोल पर रिहा किया जाएगा. नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम के जनाजे की नमाज से लेकर उन्हें दफनाए जाने तक तीनों पैरोल पर रिहा होंगे. शरीफ परिवार के तीनों सदस्य इस समय रावलपिंडी की अदियाला जेल में सजा काट रहे हैं.


उधर प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुलसुम के निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि उनके परिवार को कानून रूप से सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने लंदन में पाकिस्तान के उच्चायोग को मृतक के परिवार को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने में मदद करने का निर्देश दिया है.





शरीफ परिवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में इस साल जुलाई में एक जवाबदेही अदालत ने दोषी करार दिया था. सूत्रों ने कहा है कि पैरोल दिए जाने के लिए अनुरोध करने की जरूरत होती है. कुलसुम लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं. उनका मंगलवार को लंदन में निधन हो गया. उनकी उम्र 68 साल थी. शरीफ परिवार ने कुलसुम का पार्थिव शरीर पाकिस्तान लाने का फैसला किया है. परिवार ने कहा है, ‘‘उन्हें पाकिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा.’’