वॉशिंगटन: विश्वबैंक ने पाकिस्तान की उन मीडिया रिपोर्ट्स को ‘ग़लत’ बताया है जिनमें आरोप लगाया गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए 4.9 अरब डॉलर (3,29,96,60,00,000 रुपए) भारत भेजे थे. विश्वबैंक ने एक बयान में कहा कि मीडिया में विश्वबैंक की 2016 की एक रिपोर्ट के हवाले से कुछ ख़बरें आई हैं. ये ख़बरें गलत हैं. विश्वबैंक ने कहा कि रिपोर्ट में मनी लॉन्ड्रिंग की कोई बात शामिल नहीं है और ना ही इसमें किसी व्यक्ति का नाम शामिल है.
आपको बता दें कि अपने ही देश से फरार चल रहे पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं. पाकिस्तान के जिओ न्यूज़ के मुताबिक नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने एक मीडिया रिपोर्ट को आधार बनाते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इस रिपोर्ट में आरोप लगाए गए हैं कि पूर्व पीएम नवाज ने भारत में कथित तौर पर 4.9 अरब डॉलर अवैध तरीके से जमा किए हैं.
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इस मीडिया रिपोर्ट में वर्ल्ड बैंक के माइग्रेशन एंड रेमिटंस बुक का हवाला देकर कहा गया है कि माइग्रेशन एंड रेमिटंस बुक 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले का जिक्र है. आगे कहा गया है, "पैसे भारतीय वित्त मंत्रालय में अवैध तौर पर जमा कराए गए जिसकी वजह से भारत का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व बढ़ गया और पाकिस्तान को इससे काफी नुकसान हुआ."
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जैसा कि आप पहले ही पढ़ चुके हैं कि विश्वबैंक ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है. आपको बता दें कि पानाम पेपर्स में नवाज़ शरीफ का नाम आने के बाद पाकिस्तान में उनके ऊपर भ्रष्टाचार का मामला चलाया गया जिसमें वो दोषी साबित हुए. इसके बाद उन्हें पीएम पद के लिए अयोग्य करार दे दिया गया. गिरफ्तारी के डर से शरीफ अपना देश छोड़कर पूरे परिवार समेत ब्रिटेन के लंदन में रह रहे हैं.
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