Nazi Khajana: हिटलर के नाजी खजाने के बारे में बहुत सी कहानियां प्रचलित हैं. नाजी का खजाना कहां छुपाया गया है इसको लेकर वर्षों से सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं. कई देशों के खुफिया विभाग इसको खोजने में लगे हुए हैं, लेकिन अभी तक सभी के हाथ खाली हैं. एक बार फिर नाजी खजाने को लेकर दावा किया जा रहा है. दरअसल, एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि नाजी खजाने का एक नक्शा मिला है, जो 78 साल बाद सामने आया है. यह नक्शा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एक लूट की खुफिया लोकेशन का खुलासा कर सकता है. 


द सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, नाजी खजाने का नक्शा सैकड़ों खुफिया दस्तावेजों में से एक है, जिन्हें पहली बार जनता के सामने रखा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, ये कागजात नीदरलैंड में जारी किए गए हैं. दावा किया गया है कि यह नक्शा उस जगह को दर्शाता है, जहां लुटे हुए सोने-चांदी रखते हुए हैं. 


नक्शे से क्या पता चला?


नक्शे से पता चलता है कि खजाना ओमेरेन और लिंडेन के डच गांवों के बीच कहीं दबा हुआ है. नीदरलैंड में सार्वजनिक रूप से जारी  किये गए दस्तावेजों में नक्शे के साथ साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शामिल हैं. जिसको लेकर नेशनल अर्काइव्स ने कहा कि इन दस्तावेजों में 'डच लोगों' के समूह के खिलाफ यातना, अपमान और बदले की दर्दनाक कहानियां हैं. 


क्या है नाजी का खजाना?


द्वित्तीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर की सेना ने बड़ी मात्रा में कीमती चीजों को लूटा था. इनमें सोना, कलाकृतियां और मूल्यवान पेंटिग्स शामिल थीं. यूरोप और उत्तरी अफ्रीका में जमकर लूटपाट मचाया गया था. युद्ध खत्म होने के बाद बहुत सारी चीजें वापस मिलीं, लेकिन आज भी नाजी सेना का लूटा खजाना गायब है. बहुत से लोगों का मानना है कि ये खजाना किसी गुप्त स्थान पर छिपा दिया गया था. जिसको लेकर खोज आज भी जारी है. 


ये भी पढ़ें:


North Korea: तानाशाह की सनक! ट्रंप के साथ मीटिंग कराने वाले मंत्री की क्या किम जोंग उन ने करा दी हत्या?