Nepal Plane Crash: नेपाल में क्यों क्रैश हुआ विमान... पायलट का रनवे बदलने का फैसला, तकनीकी खराबी या थी कोई और वजह?
Plane Crash: पोखरा में बना नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक जनवरी से ही चालू हुआ है. यहां पूरब और पश्चिम दो दिशाओं से विमान लैंडिंग करते हैं. लैंडिंग के लिए रनवे-30 और रनवे-12 का इस्तेमाल होता है.
Nepal Plane Crash: नेपाल में रविवार (15 जनवरी) को हुए विमान हादसे में कोई भी यात्री जीवित नहीं बचा है. भारत के पड़ोसी देश की राजधानी काठमांडू से पोखरा जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. पोखरा एयरपोर्ट पहाड़ी इलाके में हैं, तो विमान हादसे को लेकर संभावना जताई जा रही थी कि खराब मौसम की वजह से प्लेन क्रैश हुआ होगा. हालांकि, जांच में सामने आया था कि प्लेन के क्रैश होने में मौसम की स्थिति की कोई भूमिका नहीं थी. सवाल जस का तस बना हुआ है कि आखिर नेपाल विमान हादसा क्यों हुआ?
नेपाल विमान हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य में लगी नेपाल सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने बताया कि प्लेन क्रैश में 68 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं, 4 लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस हादसे में मारे गए लोगों में 5 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं. संभावना जताई जा रही है कि विमान हादसे की जांच रिपोर्ट 45 दिनों में आ जाएगी. नेपाल सरकार ने प्लेन क्रैश की जांच के लिए पांच सदस्यीय आयोग बनाया है.
आखिर नेपाल प्लेन क्रैश की क्या थी वजह?
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक की जांच और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर रनवे यानी हवाई पट्टी बदलने का फैसला सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में है. अधिकारियों के अनुसार, विमान को लैंडिंग की इजाजत दे दी गई थी. अचानक पायलट ने रनवे बदलने का फैसला किया. लैंडिंग की अनुमति मिलने के बाद विमान ने एक मोड़ पर अपनी ऊंचाई खो दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने भी विमान के बहुत नीचे आ जाने की बात कही है. वहीं, नेपाल विमान हादसे के सामने आए वीडियो भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं.
क्या पोखरा एयरपोर्ट का तकनीकी पक्ष बना वजह?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पोखरा में बना नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक जनवरी से ही चालू हुआ है. यहां पूरब और पश्चिम दो दिशाओं से विमान लैंडिंग करते हैं. आमतौर पर पूर्व की ओर से आने वाले विमानों की लैंडिंग के लिए रनवे-30 और पश्चिम से लैंडिंग के लिए रनवे-12 का इस्तेमाल होता है. अधिकारियों का कहना है कि पहले विमान को रनवे-30 पर उतरने की मंजूरी दी गई थी, लेकिन एयरपोर्ट के करीब आने पर पायलट ने रनवे-12 पर उतरने की अनुमति मांगी. उन्होंने बताया कि हादसे की वजह क्या थी, इसकी जांच की जाएगी.
क्या विमान में आई थी तकनीकी खराबी?
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्लेन क्रैश की जांच कर रही टीम के एक सदस्य ने बताया कि ऐसा लग रहा है, विमान का गलत संचालन, प्लेन में तकनीकी खराबी या पायलट की थकान हादसे की वजह हो सकती है. हालांकि, उन्होंने कहा कि विमान हादसे की वजह जांच पूरी होने के बाद ही सामने आई आएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि पायलट की थकान समेत विमान हादसे की कई वजहें हो सकती हैं. तकनीकी खराबी, प्रक्रियाओं का पालन न करना जैसे कई कारण हो सकते हैं. हालांकि, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.
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