Avalanche in Nepal: नेपाल के मानसलू बेस कैंप (Manaslu Base Camp) के पास फिर से भारी हिमस्खलन (Avalanche) हुआ है. रविवार (2 अक्टूबर) को सुबह आए इस प्राकृतिक आपदा से अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. बेस कैंप के सूत्रों के अनुसार कुछ टेंट नष्ट हो गए हैं. पिछले हफ्ते भी यहां भीषण हिमस्खलन हुआ था, जिसमें दो लोगों की जान चली गई थी. एक हफ्ते के अंदर ये दूसरी बार है, जब मानसलू बेस कैंप के नजदीक भारी हिमस्खलन देखने को मिला है. 


नेपाल में आए हिमस्खलन (Avalanche) को अपनी आंखों से देखने वाले ताशी शेरपा के मुताबिक कुछ तंबू बर्बाद हो गए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है.


पिछले हफ्ते दो पर्वतारोहियों की हुई थी मौत


नेपाल सरकार ने इस साल मानसलू बेस कैंप पर चढ़ाई के लिए 400 से अधिक परमिट जारी किए थे. पिछले महीने 26 सितंबर को माउंट मानसलू के बेस कैंप में एवलांच की चपेट में आने से कम से कम दो पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी, जबकि इस आपदा में 12 लोग जख्मी भी हुए थे. हिमस्खलन की ये घटना माउंट मनासलू के कैंप IV के ठीक नीचे के रूट पर उस वक्त हुई थी, जब पर्वतारोही शिविरों में रसद ला रहे थे.






क्या है हिमस्खलन?


हिमस्खलन में एक भारतीय पर्वतारोही सहित दो लोगों के मारे जाने के एक हफ्ते बाद ही नेपाल (Nepal) के माउंट मानसलू (Mount Manaslu) के बेस कैंप के पास भीषण हिमस्खलन से पर्वतारोहियों के लिए चिंता बढ़ गई है. सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. एवलांच यानी हिमस्खलन का मतलब होता बर्फ का खिसकना. जब कोई पहाड़ अचानक एक ढलान की तरफ खिसकते हुए बढ़ता है तो इसे ही हिमस्खलन (Avalanche) कहा जाता है. 


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