Nepal Earthquake: पड़ोसी मुल्क नेपाल एक बार फिर भूकंप के तेज झटकों से दहल उठा. यहां आए 6.6 तीव्रता के भूकंप का असर दिल्ली-एनसीआर समेत भारत के कई इलाकों में महसूस किया गया. नेपाल के दोती में इस भूकंप से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां भूकंप से एक मकान गिर गया, जिसमें दबकर अंदर मौजूद लोगों की मौत हो गई. जबकि कुछ लोग घायल भी बताए जा रहे हैं. नेपाल में फिलहाल सेना को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. फिलहाल ज्यादा नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है. 


नेपाल में ऐसे हैं हालात
नेपाल की सेना, नेपाल पुलिस, जनप्रतिनिधि और अन्य लोग प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य में लगे हुए हैं. घरों से मलबा हटाने और प्रभावित लोगों के प्रबंधन के लिए नेपाली सेना के भैरवनाथ गण दोती सहित एक टीम को तैनात किया गया है. स्थानीय लोगों के अनुसार पुराने मिट्टी के घर नष्ट हो गए हैं. रात में जब वे सो रहे थे तब भूकंप के झटके से लोग अपने घरों के अंदर फंस गए थे. भूकंप से बचे लोगों ने खुले आसमान के नीचे ठंडी रात बिताई.


इन इलाकों में महसूस हुए तेज झटके
राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अनुसार, 2:12 बजे 6.6 तीव्रता का भूकंप आया और इसका केंद्र दोती स्थित खाप्ताद राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में था. भूकंप माप केंद्र ने बताया कि 5.7 तीव्रता के भूकंप ने दिपायल को रात 9:07 बजे भूकंप का केंद्र बनाया. उसके बाद भी बार-बार झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके बजहंग, कैलाली, कंचनपुर, बांके, रुकुम पश्चिम में भी महसूस किए गए. 8 नवंबर की देर रात से लेकर 9 नवंबर सुबह तक भूकंप के कई झटके महसूस किए गए. 


पुलिस अधिकारी भोला भट्टा ने बताया कि डोटी के पूर्वी चौकी ग्रामीण नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 गरागांव में भूकंप से 6 लोगों की मौत हो गई. ग्रामीण नगर पालिका के अध्यक्ष रामप्रसाद उपाध्याय ने बताया कि एक ही घर के 6 लोगों की मौत हुई है. जिला पुलिस कार्यालय के अनुसार मृतकों में पूर्वी चौकी ग्रामीण नगर पालिका-3 थडानगांव के भगवती बोहरा, सीता बोहरा, हरक बोहरा, प्रेम बोहरा, तुलसी बोहरा और धनसारी बोहरा शामिल हैं.


लोगों के घरों को पहुंचा नुकसान
भूकंप में पांच लोग घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. पुलिस ने कहा कि आगे बचाव के लिए नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस, नेपाली सेना की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और स्थानीय लोगों सहित एक टीम बचाव कार्य कर रही है. स्थानीय शिक्षक मिनराज ओझा के अनुसार, अधिकांश स्थानीय लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. स्थानीय दल बहादुर देउबा ने बताया कि भूकंप के कारण सयाल ग्रामीण नगर पालिका क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है. 


वहीं, बाझांग में भूकंप के बाद स्थानीय लोग खुले स्थानों पर जाग कर बैठे. उन्होंने बताया कि रात में भूकंप का झटका महसूस होने के बाद भगदड़ सी मच गई. पूरे गांव के लोग आग जलाकर बाहर बैठ गए. मुख्यालय चैनपुर के रहवासी भी खुले चौक में जमा हो गए. फिलहाल लोगों के दिलों में भूकंप की दहशत है. 


(इनपुट- भाषा/पीटीआई)


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