भारत के पड़ोसी देश नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है. नेपाली कांग्रेस के कुछ नेताओं ने संकेत दिया है कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग पहले से ज्यादा तेजी के साथ उठाई जा सकती है. नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग कर रहे नेताओं ने इसके लिए अलग से घोषणा पत्र जारी करने की बात कही है. साल 2008 से पहले नेपाल दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र था. हालांकि, बाद में इसके संविधान में इसे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया, लेकिन समय-समय पर यहां हिंदू राष्ट्र की मांग उठती रही है.


भारतीय राजनीति में होने वाले बदलावों का असर नेपाल पर भी पड़त है. ऐसे में साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी केंद्र में सत्ता में आई और इसके बाद उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार बनी. योगी आदित्यनाथ के यूपी के मुख्यमंत्री बनने के बाद नेपाल में हिंदू राष्ट्र की मांग और तेज हुई है. 2015 में भी ऐसी खबरें आई थीं कि नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाया जा सकता है, लेकिन तब कम्यूनिस्ट पार्टी और नेपाल कांग्रेस ने इसका विरोध किया था. इस वजह से संविधान में कोई बदलाव नहीं हो पाया. अब कांग्रेस भी हिंदू राष्ट्र के समर्थन में दिख रही है. ऐसे में नेपाल के फिर से हिंदू राष्ट्र बनने का रास्ता साफ होता दिख रहा है.


2008 में हुआ था बदलाव
नेपाल की 80 फीसदी से ज्यादा आबादी हिंदू है. यहां के राजा भी हिंदू थे. इसी वजह से साल 2008 तक नेपाल दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र था. हालांकि, 2008 में यहां राजशाही खत्म हुई और संवैधानिक व्यवस्था की नीव पड़ी. इसके बाद नेपाल को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बना दिया गया. इसके बाद भी नेपाल में हिंदू राष्ट्र की मांग उठती रही, लेकिन संविधान में बदलाव करने के लिए किसी भी पार्टी के पास पर्याप्त बल नहीं था और इससे होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नेपाल के संविधान में कोई बदलाव नहीं किया गया.


क्या है मौजूदा स्थिति?
नेपाली कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के खिलाफ रही हैं, लेकिन अब कांग्रेस में भी हिंदू राष्ट्र की मांग तेजी पकड़ रही है. इसके अलावा पार्टी देश में अपनी खत्म होती पकड़ को वापस पाने के लिए धर्म का सहारा ले सकती है. यहां की अधिकतर आबादी हिंदू है. ऐसे में कांग्रेस बहुसंख्यक मतदाताओं को लुभाने के लिए हिंदू राष्ट्र की वकालत कर सकती है. पड़ोसी देश भारत में भी बीजेपी के सत्ता में होने से हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को बल मिलता है. ऐसे में नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग मौजूदा समय में पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है और यह देश 16 साल बाद एक बार फिर हिंदू राष्ट्र बन सकता है.