Nepal: 15 जनवरी नेपाल के लिए सबसे बुरे दिनों में एक है, ऐसा इसलिए क्योंकि 15 जनवरी को नेपाल में बड़ा विमान हादसा हुआ. इससे पहले भी नेपाल को यह दिन गहरा जख्म दे चुका है. दरअसल, 89 पहले 15 जनवरी 1934 को नेपाल में आए भीषण भूकंप से लगभग 11000 लोगों की मौत हुई थी. अब 15 जनवरी 2023 को येति एयरलाइंस का एक विमान पोखरा हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विमान में सवार सभी 72 यात्रियों के मौत की सूचना है.
89 साल पहले आए भीषण भूकंप से नेपाल में लगभग 11000 लोगों की मौत हुई थी. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8 मापी गई थी. इस भूकंप का प्रभाव भारत के भी कुछ हिस्सों में देखने को मिला था. 8 तीव्रता के इस भूकंप ने नेपाली राजधानी काठमांडू, भारत के बिहार राज्य के शहर मुंगेर और मुजफ्फरपुर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था.
15 जनवरी को ही आया था भूकंप
यह भूकंप 15 जनवरी को भारतीय समयानुसार लगभग 2:13 बजे आया था. इस भूकंप का केंद्र पूर्वी नेपाल के माउंट एवरेस्ट से लगभग 9.5 किमी दक्षिण में स्थित था. भूकंप कितना भयावह था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भूकंप का प्रभाव तिब्बत की राजधानी ल्हासा से लेकर मुंबई तक और असम से लेकर पंजाब तक महसूस किया गया था. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि कोलकाता में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं और सेंट पॉल कैथेड्रल का टॉवर गिर गया था.
रविवार सुबह हुआ था हादसा
वहीं, रविवार को नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे में पांच भारतीयों समेत 72 लोगों की मौत हो गई. इस विमान में 68 यात्रियों और चालकदल के चार सदस्यों समेत कुल 72 लोग सवार थे और इनमें से कोई जिंदा नहीं बचा है. इस बात की पुष्टि सोमवार को नेपाल की सेना ने की. सेना ने सोमवार को बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान से किसी को भी जिंदा नहीं निकाला जा सका. यह नेपाल में कई सालों का सबसे बड़ा विमान हादसा है.
रविवार सुबह लगभग 11 बजे यती एयरलाइंस का एक विमान दुर्घटना का शिकार हुआ था. 72 सीटर यह विमान पोखरा एयरपोर्ट के रनवे पर लैंड करने से महज 10-20 सेकंड पहले क्रैश हो गया. हादसे से पहले विमान के कॉकपिट से खतरे का कोई संकेत नहीं आया था. रविवार को यह इस विमान की तीसरी उड़ान थी. शुरुआती जांच में तकनीकी खराबी को इस हादसे की वजह माना जा रहा है.