Nepal Politics: कौन होगा नेपाल का पीएम? विश्वास मत खोने के बाद प्रचंड ने दिया इस्तीफा
Nepal Politics: नेपाल में राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है. पुष्म कमल दहल की सरकार पर खतरे के बादल तो पहले से ही मंडरा रहे थे लेकिन अब उन्होंने संसद में विश्वास मत भी खो दिया.
Nepal PM Looses Vote Of Confidence: नेपाल के प्रधानमंत्री रहे पुष्प कमल दहल प्रचंड के लिए शुक्रवार (12 जुलाई) का दिन एक बुरा दिन साबित हुआ. उन्होंने संसद में अपना विश्वास मत खो दिया. इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया. जिसके बाद अब सवाल होने लगा है कि नेपाल का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा?
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल संसद के निचले सदन में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाए. उनके समर्थन में सिर्फ 63 वोट पड़े जबकि विरोध में 193 वोट. इसमें एक सांसद ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था. संसद में कुल 258 सांसद मौजूद थे.
4 बार हासिल कर चुके थे विश्वासमत, पांचवीं बार हारे
पिछले सप्ताह उनकी सरकार से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) ने अपना समर्थन वापस ले लिया था. देश की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 69 साल के प्रचंड को 63 वोट मिले, जबकि विश्वासमत प्रस्ताव के विरोध में 194 वोट पड़े. विश्वासमत हासिल करने के लिए कम से कम 138 वोट की जरूरत थी. प्रचंड 25 दिसंबर, 2022 को पद संभालने के बाद चार बार विश्वासमत हासिल करने में सफल रहे, लेकिन इस बार उन्हें असफलता मिली.
नेपाल का अलग प्रधानमंत्री कौन?
पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने सदन में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के साथ सत्ता-साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद पिछले सप्ताह प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा पहले ही अगले प्रधानमंत्री के रूप में ओली का समर्थन कर चुके हैं. नेपाली कांग्रेस के पास प्रतिनिधि सभा में 89 सीट हैं, जबकि सीपीएन-यूएमएल के पास 78 सीट हैं. इस तरह दोनों की संयुक्त संख्या 167 है, जो निचले सदन में बहुमत के लिए आवश्यक 138 से कहीं अधिक है.
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