Nepal Presidential Election 2023: नेपाल में अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए लड़ाई दिलचस्प हो गई है. शनिवार को नामांकन भरने के आखिरी दिन दो उम्मीदवारों ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया. इस चुनाव के साथ ही राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी का दूसरा कार्यकाल खत्म हो जाएगा. जल्द ही नेपाल को नया राष्ट्राध्यक्ष मिलने जा रहा है. नेपाल के संविधान के अनुसार, एक व्यक्ति जो पहले से ही दो बार राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हो चुका है, वह फिर से उम्मीदवार बनने के योग्य नहीं होता है.  


9 मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने विपक्षी नेपाली कांग्रेस के नेता रामचंद्र पौडयाल का समर्थन किया है. प्रचंड ने गठबंधन सरकार में साझेदार पार्टी के प्रत्याशी से किनारा करते हुए यह कदम उठाया है. 


नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल संसद में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. यूएमएल ने सुबास नेमबांग को राष्ट्रपति पद के लिए आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है. पौडेल की उम्मीदवारी को आठ राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया है. वहीं, नेमबांग को 9 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए अभी तक अपनी पार्टी के अलावा किसी अन्य पार्टी का समर्थन नहीं मिला है. 


पौडयाल के जीतने की संभावना अधिक 


अनुमान लगाया जा रहा है कि 78 वर्षीय पौडयाल मौजूदा राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी की जगह लेंगे. इस बात की संभावना इसलिए भी अधिक हो जाती है क्योंकि 8 पार्टियों ने उनके पक्ष में मतदान करने का फैसला किया है.


नेपाली राष्ट्रपति का चुनाव
नेपाल में राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने के दौरान किसी उम्मीदवार के लिए 5 संसद सदस्यों की प्रस्तावक के रूप में और इतने ही सदस्यों की आवश्यकता उम्मीदवारी के अनुमोदन के लिए होती है. नेपाली राष्ट्रपति का चुनाव 882 उम्मीदवार करेंगे जिनमें से 332 सदस्य संसद के हैं जबकि बाकी 550 सदस्य सात प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्य हैं.


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