Nepal: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' अगले महीने आ सकते हैं भारत के दौरे पर
Nepal PM's India Visit: तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' अगले महीने भारत के दौरे पर आ सकते हैं. वो भारत के विरोध में बयान देने के लिए खासे मशहूर हैं.
![Nepal: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' अगले महीने आ सकते हैं भारत के दौरे पर Nepal Prime Minister Pushpa Kamal Dahal Prachanda may visit India next month Nepal: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' अगले महीने आ सकते हैं भारत के दौरे पर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/16/5257e08906a5b6aa3a9e579f13d125961678975509386653_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Nepal PM's Visit Of India: तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' अगले महीने भारत के दौरे पर आ सकते हैं. हालांकि अभी तक इस बात की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट की मानें तो उनका भारत दौरा तय माना जा रहा है. नेपाली पीएम का भारत दौरान कई मायने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
प्रचंड माने जाते हैं चीन के हितैषी
माना जा रहा है कि नेपाली पीएम के इस दौरे में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और व्यापार, ऊर्जा, कृषि, संस्कृति और वायु सेवा जैसे मुद्दे शामिल रहेंगे. प्रचंड को चीन का हितैषी माना जाता है. वो भारत के विरोध में बयानबाजी करते रहते हैं. प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद ही उन्होंने बयान दिया है कि भारत ने कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा इलाकों पर अतिक्रमण किया है और नई सरकार इन इलाकों को वापस लेने की पूरी कोशिश करेगी.
भारत यात्रा को लेकर नेपाली प्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि भारत यात्रा उनकी लिस्ट में है. काठमांडू पोस्ट अखबार ने बताया कि नेपाल के विदेश मंत्रालय ने यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि नेपाली पीएम दहल अपनी पहले भारत यात्रा पर कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा जैसे सीमावर्ती इलाकों का मुद्दा उठाएंगे.
पहली यात्रा का रिवाज तोड़ चुके हैं प्रचंड
बता दें कि नेपाल का एक रिवाज रहा है कि जब भी वहां कोई प्रधानमंत्री बनता है तो उसकी पहली आधिकारिक यात्रा भारत की होती है. जब पहली बार प्रचंड ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी तब उन्होंने यह रिवाज तोड़ा था. सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने भारत की जगह चीन को चुना था.
ये भी पढ़ें:World’s Best Airport: कतर से छिना दुनिया के बेस्ट एयरपोर्ट का ताज, ये हवाईअड्डा बना नंबर वन...
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)