Nepal PM Pushpa Kamal Dahal Prachanda: नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) ने शनिवार (30 सितंबर) को कहा कि हाल में संपन्न उनकी चीन यात्रा से काठमांडू-बीजिंग के बीच विश्वास का माहौल मजबूत हुआ है और दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध और गहरे हुए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक चीन से लौटने पर काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में प्रचंड ने कहा कि उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अपने चीनी समकक्ष ली क्विंग से हुई बातचीत से नेपाल-चीन संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाने में मदद मिली है.
'खुलेंगे सभी व्यापारिक मार्ग'
नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उच्चस्तरीय बैठकों के दौरान चीन के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भरोसा दिया कि नेपाल से पूर्व में किए गए समझौतों को तेजी से लागू किया जाएगा. चीन के अधिकारियों ने नेपाल और चीन के बीच सभी व्यापार मार्गों को दोबारा खोलने पर सहमति जताई, जिन्हें कोरोना महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था.’’
नेपाली प्रधानमंत्री प्रचंड के नेतृत्व में चीन गया नेपाली प्रतिनिधिमंडल शनिवार दोपहर को चेंगदू शहर से काठमांडू लौटा. प्रचंड संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए 23 सितंबर को काठमांडू से न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुए थे.
नेपाल वन चाइना नीति पर की चर्चा
नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने कहा कि पोखरा एयरपोर्ट के नियमित परिचालन को लेकर चीन के अधिकारियों से अहम चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि कुछ तैयारियों के बाद पोखरा से चीन के चेंगदू शहर के लिए सीधी उड़ान शुरू की जाएगी. प्रधानमंत्री प्रचंड के मुताबिक उन्होंने नेपाल के विकास के लिए चीनी सहायता और सहयोग के बारे में खुलकर बात की. बैठक के दौरान पीएम ने नेपाल वन चाइना नीति पर बात किया.
दोनों देशों ने पंचशील सिद्धांतों, आपसी सहयोग और सम्मान, अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और कानून के आधार पर संबंधों को नई ऊंचाई पर पहुंचाने पर चर्चा की. बीजिंग में 24 सितंबर को आयोजित नेपाल-चीन व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने चीनी निवेशकों से नेपाल के प्राथमिकता वाले क्षेत्र में निवेश करने का आह्वान किया क्योंकि नेपाल में निवेश के लिए उपयुक्त माहौल और संभावनाएं हैं.