काठमांडू: नेपाल के सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल 'प्रचंड' ने चेतावनी दी है कि अराजकता की मौजूदा स्थिति बनी रही तो पार्टी बिखर सकती है. प्रचंड का कहना है कि वह सरकार के काम से खुश नहीं हैं और पार्टी का काम सही तरीके से आगे नहीं बढ़ पा रहा है. प्रचंड ने यहां तक कहा कि दो तिहाई सरकार है और जो लोग सरकार में हैं उन्हें बहुत गर्व है.


काठमांडू स्थित बालूवाटार में बुधवार को पीएम के सरकारी आवास पर आयोजित स्थायी समिति की बैठक में बोलते हुए अध्यक्ष प्रचंड ने कहा कि पार्टी व्यवस्थित तरीके से काम नहीं कर रही है. बैठक में मौजूद समिति के एक सदस्य ने प्रचंड के हवाले से कहा, "जब मुझे पार्टी को एकजुट किया जा रहा था, तब भी एक मोर्चा बनाने का सुझाव दिया गया था. लेकिन अब हम पार्टी एकता से पीछे नहीं हट सकते. हमें इसे लागू करके आगे बढ़ना होगा."


प्रचंड ने कहा, 'वर्तमान में बहुमत एक व्यक्ति के लिए नहीं है. यह CPN (एमाले-माओवादी) के लिए आया है अगर यही स्थिति बनी रही तो आने वाले दिनों में पार्टी बिखर जाएगी.'


सरकार में बढ़ रही है निराशा
पार्टी और सरकार दोनों में एक ही व्यक्ति का प्रभुत्व बढ़ा है. प्रचंड के हवाले से एक अन्य स्थायी समिति के सदस्य ने कहा, "कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका के बावजूद, काम नहीं हुआ है. अतीत में किए गए समझौतों और समझ को लागू नहीं किया गया है. पार्टी ऐसे पारे के साथ आगे नहीं बढ़ सकती."


प्रधानमंत्री को पार्टी के भीतर नहीं मिल रहा है समर्थन
नेपाल के प्रधानमंत्री और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने कहा है कि उनकी पार्टी में घेरेबंदी हो रही है. उन्होंने कहा कि यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी नेपाल में बनी दो तिहाई बहुमत वाली सरकार को पसंद नहीं करता है, जब पूरी दुनिया में कम्युनिस्ट कमजोर है. सरकार के चौतरफा समस्याओं के बीच सकारात्मक काम करने के बावजूद, ओली ने शिकायत की है कि उन्हें पार्टी के भीतर से समर्थन नहीं मिल रहा है. ओली ने कहा कि भारतीय पक्ष लिम्पियाधुरा तक के नक्शे को जारी करने से खुश नहीं था.


बुधवार को शुरू हुई सीपीएन स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में बोलते हुए प्रधानमंत्री ओली ने शिकायत की कि उन्हें पार्टी के अंदर और बाहर विरोध का सामना करना पड़ा, सीमा पर बोलना भारतीय सेना का एक हस्तक्षेप है. बैठक में बोलते हुए, पार्टी के दूसरे अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल 'प्रचंड' ने ओली की कार्यशैली की आलोचना की और कहा कि यदि पार्टी में मौजूदा अराजकता बनी रही तो पार्टी विघटन की दिशा में जाएगी.


नेपाल की राजनीति
दरअसल, ढाई साल पहले नेपाल के आम चुनाव में तत्कालीन दो पार्टी नेकपा एमाले और नेकपा माओवादी एकसाथ चुनाव लड़ी थी. बाद में दोनों पार्टियों का मर्जर हो गया और 'नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी' बन गई, जिसमें दो अध्यक्ष हैं प्रचंड और केपी शर्मा ओली. पार्टी की जिम्मेदारी प्रचंड के पास है और सरकार में ओली. मंत्री दोनों पक्ष से हैं.


नेपाल मे कुल 7 प्रदेश हैं जिसमें 6 प्रदेश सरकार में नेकपा की ही सरकार है. सिर्फ एक प्रदेश में मधेश केन्द्रित दल जनता समाजवादी पार्टी की सरकार है. नेपाल में 4 मुख्य राजनीतिक दल हैं जिसमें दो दल हाल ही में मर्ज हो के "जसपा" यानी जनता समाजवादी पार्टी बन गए हैं.


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