Nepal Politics: नेपाल में पुष्प दहल प्रचंड की गठबंधन वाली सरकार के सामने संकट पैदा हो गया है. उनका समर्थन देने वाली पार्टी राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) ने किनारा लेने का फैसला ले लिया. उन्होंने रविवार (5 फरवरी) को ही समर्थन वापस ले लिया. RSP के नेता रबी लामिछाने ने हाल ही में अपनी नागरिकता हासिल कर ली है. इसके बाद सरकार ने फिर से गृह मंत्री बनाने से मना कर दिया. इसके बाद रबी लामिछाने खफा हो गए और अलग होने का फैसला ले लिया.


नेपाल के राजनीति में 'केजरीवाल' कहे जाने वाले लामिछाने ने पीएम मोदी से खास अपील की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी आपके नाम पर नेपाल में लोगों को लूटा जा रहा है, इसलिए एजेंटों के जरिए कूटनीति न करें.


भरोसा करना बंद करें
नेपाल के पूर्व मंत्री ने कहा कि, मोदी जी आपके नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है.  कृपया मोदी जी उन लोगों पर भरोसा करना बंद करें जो आपके एजेंटों के नाम पर यहां काम कर रहे हैं. आप सीधी बातचीत करने के लिए आगे बढ़ें.  मेरा आप से अनुरोध है कि उन लोगों को रोका जाए, जो भारतीय स्टैंड के असली विशेषज्ञ होने का दावा करते हैं.


मिडिल मैन को तैनात न करें
लामिछाने ने कहा कि, अगर आप हकीकत में मानते हैं कि नेपाल और भारत बेहतर रिश्ते के लायक हैं, तो किसी मिडिल मैन, पत्रकार, एजेंट को तैनात न करें. इससे पहले, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने रविवार को दहल के ओर से आरएसपी अध्यक्ष रबी लामिछाने को गृह मंत्री के रूप में फिर से नियुक्त नहीं करने के फैसले के बाद प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार छोड़ने का फैसला किया. काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के सदस्य और शिक्षा, विज्ञान और टेक्नोलॉजी मंत्री शिशिर खानल ने कहा कि सरकार छोड़ने का फैसला वसुंधरा में पार्टी ऑफिस में लिया गया.


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