हांगकांग के लोगों के लिए ब्रिटेन नई वीजा स्कीम लागू कर रहा है. इससे वहां के लाखों लोगों के लिए ब्रिटिश नागरिकता लेने का रास्ता खुलेगा. यह स्कीम रविवार यानी आज से लागू हो गई है. आज से ब्रिटिश नेशनल (ओवरसीज) पासपोर्ट रखने वाले लोग और उनके आश्रित युनाइटेड किंगडम में रहने और काम करने की अनुमति देने वाले वीजा के लिए ऑनलाइन एप्लाई कर सकते हैं. पांच साल के बाद वे ब्रिटिश नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे.


हांगकांग की 50 वर्षों तक स्वायत्तता बनाए रखने का हुआ था समझौता
ब्रिटने की यह इमिग्रेशन स्कीम पिछले साल चीन के हांगकांग में विरोध प्रर्दशन और लोकतंत्र समर्थकों को दबाने के लिए लागू किए गए नेशनल सिक्योरिटी लॉ का जवाब है. ब्रिटेन ने चीन पर हांगकांग के 1997 में हैंडओवर करने के समय किए गए वादे को तोड़ने का आरोप लगाया है. इसमें हांगकांग की 50 वर्षों तक स्वायत्तता बनाए रखने की बात कही गई थी. ब्रिटेन ने तर्क दिया कि वहां के नागरिकों की रक्षा करना उसका नैतिक कर्तव्य है.


ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसी सप्ताह स्कीम के बारे में कह था कि ''हांगकांग के लोगों के साथ इतिहास और दोस्ती के हमारे गहन संबंध हैं और हम उनकी स्वतंत्रता और स्वायत्तता के लिए साथ खड़े हैं''


चीन ने दी तीखी प्रतिक्रिया
चीन ने वीजा की पेशकश को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. शुक्रवार को घोषणा की गई कि बीएन (ओ) पासपोर्ट अब वैध आईडी दस्तावेज के रूप में नहीं होंगे. हालांकि यह कदम काफी हद तक प्रतीकात्मक था क्योंकि हांगकांग के लोग शहर से बाहर जाने के लिए स्वयं के पासपोर्ट या आईडी कार्ड का उपयोग करते हैं. लेकिन बीजिंग ने कहा कि वह आग और कदम उठाने के लिए तैयार है. इसस आशंका पैदा हो रही है कि लोगों को ब्रिटेन जाने से रोकने की कोशिश की जा सकती है.


70 प्रतिशत लोगों के पास है बीएन (ओ) पासपोर्ट
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हांगकांग के कितने लोग इस प्रस्ताव को अपनाएंगे. क्योंकि कोरोना वायरस से वैश्विक उड़ानों पर प्रतिबंध है और ब्रिटेन सहित दुनिया की ज्यादातर जगहों पर आर्थिक संकट है. बीएन (ओ) पासपोर्ट बड़ी संख्या में लोगों के पास है. यह संख्या हांगकांग की 7.5 मिलियन आबादी का लगभग 70 प्रतिशत है. ब्रिटेन अगले वर्ष तक 154,000 लोगों और पांच वर्षों में 322,000 से ज्यादा लोगों के हांगकांग से आने का अनुमान लगाया है. इससे 4 बिलियन डॉलर का नेट बेनिफिट होने का अनुमान है.

साल 1997 से में बीएन (ओ) पासपोर्ट का हुआ था एग्रीमेंट
बीएन (ओ) पासपोर्ट हांगकांग को चीन को सौंपने के समय का है. उस समय कई हांगकांग के लोग ब्रिटेन की पूर्ण नागरिकता चाहते थे लेकिन चीन इस कदम का विरोध कर रहा था. बीएन (ओ) एक ऐसा समझौता था, जिससे हांगकांग के 1997 से पहले पैदा हुए लोगों को एक बार में छह महीने के लिए ब्रिटेन में रहने का अधिकार मिल गया लेकिन काम करने या बसने का अधिकार नहीं दिया गया था.


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