वेलिंगटन: यहां के स्थानीय अधिकारियों ने जो जानकारी दी है वो बेहद दर्दनाक है. न्यूज़ीलैंड के इस सुदूर इलाके में 145 पायलट व्हेलें समुद्र किनारे तड़पती पाई गईं. बताया गया है कि इनकी मौत एक साथ बहकर किनारे पर आ जाने की वजह से हुई है.


सबसे पहले इसका पता स्टीवर्ट आइलैंड पर गए एक यात्री ने लगाया. आधी से ज़्यादा व्हेले किनारे पर लगने की जानकारी मिलने के पहले ही अपनी जानें गंवा चुकी थीं और उस जगह तक रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंच नहीं होने की वजह से बाकी को आसान मौत देने का फैसला किया गया.


इससे जुड़े एक अधिकारी ने कहा, "दुख की बात है कि उन्हें फिर से वापस पानी में पहुंचाने की संभावना ना के बराबर थी. ऐसी विषम परिस्थितियों और व्हेलों की दयनीय हालत देखकर यही सबसे सही लगा कि उन्हें आसान मौत दे दी जाए."


आपको जानकर हैरानी होगी कि इस तरह की ये चौथी घटना है जो एक हफ्ते के भीतर न्यूज़ीलैंड में घटी है. ऐसी घटनाएं न्यूज़ीलैंड में आम हैं जिसके लिए वहां का प्रशासन तैयार रहता है और त्वरित प्रतिक्रिया देता है. लेकिन ऐसा उन स्थितियों में होता है जिनमें एक आधी व्हेल किनारे पर आ जाती हैं.


इसका ठीक से पता नहीं है कि व्हेलें आख़िर इस तरह से किनार पर क्यों आ जाती है. लेकिन इसके पीछे जो कारण बताए जाते हैं उनमेंं बीमारी, दिशा भटक जाना, भौगोलिक परिस्थितियां, तेज़ी से गिरता ज्वार, शिकारी द्वारा पीछा किया जाना और बुरा मौसम जैसी वजहें शामिल हैं.


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