New zealand Election: न्यूज़ीलैंड के चुनाव में शनिवार को पूर्व कारोबारी क्रिस्टोफर लक्सन ने निर्णायक जीत हासिल की. अब वे देश के नए प्रधानमंत्री होंगे. देश की जनता ने छह साल की उदारवादी सरकार के बाद बदलाव के लिए वोट दिया. जिससे लक्सन की जीत सुनिश्चित हुई. वहीं, आम चुनाव में जेसिंडा अर्डर्न की पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. 


गौरतलब है कि निवर्तमान सरकार का बड़ी अवधि तक जेसिंडा अर्डर्न ने नेतृत्व किया. लक्सन की नेशनल पार्टी को करीब 40% वोट मिले. वहीं, जेसिंडा अर्डर्न की  नेतृत्व वाली लेबर पार्टी को केवल 25 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं.न्यूजीलैंड की आनुपातिक प्रतिनिधित्व वाली मतदान प्रणाली के तहत लक्सन के लिए एसीटी पार्टी संग गठबंधन की उम्मीद है. जीत के बाद एक कार्यक्रम में पहुंचे क्रिस्टोफर लक्सन ने लोगों से कहा कि 'आपने बदलाव के लिए वोट दिया है, मैं आपके उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा.'


प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने खुद स्वीकार की हार 


वहीं, निवर्तमान प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने शनिवार शाम समर्थकों से कहा कि उन्होंने हार स्वीकार करने के लिए लक्सन को फोन किया. हिपकिंस ने कहा कि उन्हें चुनाव के ऐसे नतीजे की उम्मीद नहीं थी. उन्होंने वेलिंगटन में समर्थकों से कहा, ‘लेकिन हमने पिछले छह वर्षों में जो कुछ हासिल किया है उसे लेकर मुझे आप पर गर्व है.’ हिपकिंस (45) ने जनवरी में प्रधानमंत्री का पदभार संभाला था.  उनसे पहले देश की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न थीं.


चुनाव में लक्सन ने किये हैं वादे 


बता दें कि लक्सन ने मध्यम वर्ग के लिए करों में कटौती करने और अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया है. ऐसे में देश की जनता लक्सन के पीएम बनने के बाद उम्मीद भरी निगाह से देख रहे हैं. दरअसल, इस हफ्ते की शुरूआत में लक्सन ने वेलिंगटन में कहा था कि वह सामूहिक क्राइम को नियंत्रित करेंगे.  उन्होंने कहा था कि इस देश में अपराध काबू से बाहर हो गया है और हम कानून व्यवस्था बहाल करने जा रहे हैं. हम व्यक्तिगत जिम्मेदारी बहाल करने जा रहे है. 


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