न्यूजीलैंड: स्वास्थ्य मंत्री को भारी पड़ा लॉकडाउन का उल्लंघन, पद से हटाए गए
न्यूजीलैंड में अबतक 1210 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं.वहां की सरकार ने मार्च के महीने से ही लॉकडाउन घोषित कर दिया है.इस बीच स्वास्थ्य मंत्री को समुद्र किनारे परिवार को ले जाना भारी पड़ा गया.
न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य मंत्री को लॉकडाउन का उल्लंघन करना भारी पड़ गया. सरकार ने उनके पद को घटाते हुए स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है. प्रधानमंत्री जसिंदा अर्डर्न ने उनके इस्तीफे को नामंजूर करते हुए उन्हें कैबिनेट रैंक से नीचे का प्रभार दिया है.
स्वास्थ्य मंत्री को भारी पड़ा नियमों का उल्लंघन
क्वारंटाइन का उल्लंघन प्रकरण सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री की चौतरफा आलोचना होने लगी. इस पर डॉक्टर डैविड क्लार्क ने अपने बयान में कहा, "जिस वक्त हम अपने देश के नागरिकों से ऐतिहासिक बलिदान देने का आह्वान कर रहे हैं. इस बीच हमने उनको धोखा दिया है. मैं बेवकूफ था. मैं समझता हूं लोग क्यों मुझसे नाराज हैं." डॉक्टर डैविड क्लार्क ने अपने परिवार को समुद्र किनारे ले जाने की बात स्वीकार की. उन्होंने दूसरी बार क्वारंटाइन का उल्लंघन किया है. इससे पहले उन्हें चोटी पर बाइक की सवारी करते देखा गया था.
प्रधानमंत्री ने कैबिनेट रैंक से नीचे का पद दिया
परिवार को समुद्र किनारे ले जाने से हुए बवाल के बाद उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की. मगर कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए उन्हें कैबिनेट दर्जे से नीचे वित्त मंत्री का पद दिया गया. प्रधानमंत्री जसिंदा अर्डर्न ने कहा, "आम हालात में मैं उन्हें स्वास्थ्य मंत्री के पद से बर्खास्त कर देती. उन्होंने जो कुछ किया उसे सही नहीं कहा जा सकता. इसकी कोई माफी भी नहीं है. फिलहाल हमारी सरकार की प्राथमिकता कोरोना के खिलाफ जंग की है. हम स्वास्थ्य सेक्टर में बहुत ज्यादा छेड़छाड़ नहीं कर सकते. इसलिए डॉक्टर क्लॉर्क अपनी जिम्मेदारी को अदा करेंगे." उन्होंने कहा कि उनके पद को घटाने के पीछे क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन है. जिसकी उन्हें कीमत चुकानी पड़ी है. न्यूजीलैंड में मार्च के महीने से ही लॉकडाउन है.
जानिए- भारत में कोरोना से मरने वालों की औसत आयु क्या है, किस उम्र वालों को है को मौत का खतरा अधिक
क्या फाइलों के जरिए भी फैलता है कोरोना ? भोपाल से आयी ये रिपोर्ट चौंकाने वाली है