(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Niger Soldiers Died: संदिग्ध जिहादियों ने नाइजर में मचाया आतंक, 29 सैनिकों को उतारा मौत के घाट, देशभर में 3 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित
Niger: आपको बता दें कि अगस्त में नाइजर और बुर्किना फासो के बीच सीमा के पास संदिग्ध जिहादियों के हमले में कम से कम 17 नाइजीरियाई सैनिक मारे गए और 20 घायल हो गए.
Niger Soldiers Died: पश्चिमी नाइजर में संदिग्ध जिहादियों के हमले में 29 सैनिक मारे गए हैं. इस बात की जानकारी नाइजर रक्षा मंत्रालय ने सोमवार (2 अक्टूबर) की रात को तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा करते हुए दी. नाइजर रक्षा मंत्रालय ने एक टेलीविजन बयान में कहा कि सौ से अधिक आतंकवादियों ने विस्फोटक उपकरणों और कामिकेज़ वाहनों का इस्तेमाल करके सैनिकों को निशाना बनाया गया.
इस आतंकवादी हमले में 2 सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए और कई दर्जन आतंकवादी भी मारे गए. मंत्रालय के अनुसार यह हमला माली के साथ देश की सीमा के पास मौजूद ताबाटोल के पास सैन्य अभियान के दौरान हुआ है. इस बॉर्डर एरिया में नाइजर सैनिक गश्त लगाती है, जिसका उद्देश्य बॉर्डर एरिया में इस्लामिक स्टेट की ओर से उत्पन्न खतरे को बेअसर करना है.
जिहादी विद्रोह का आतंक
नाइजर रक्षा मंत्रालय ने कहा, "आतंकवादियों के संचार को रोक दिया गया है, जिन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर किया गया था", रक्षा मंत्रालय मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों ने बाहरी लोगों से मिले मदद का लाभ उठाया.
जिहादी विद्रोह ने एक दशक से अधिक समय से अफ्रीका के साहेल क्षेत्र को प्रभावित किया है, जो 2015 में पड़ोसी नाइजर और बुर्किना फासो में फैलने से पहले 2012 में उत्तरी माली में फैल चुका था.
अगस्त में नाइजर पर आतंकी हमला
नाइजर, माली और बुर्किना फासो के बीच तीन सीमाएं क्षेत्र नियमित रूप से इस्लामिक स्टेट समूह और अल-कायदा से जुड़े आतंकवादियों के हमलों का क्षेत्र रहा है. हिंसा ने तीनों देशों में सैन्य कब्ज़े को बढ़ावा दिया है, जिसमें नई घटना नाइजर से जुड़ी है, जब 26 जुलाई को तख्तापलट हुआ है.
आपको बता दें कि अगस्त में नाइजर और बुर्किना फासो के बीच सीमा के पास संदिग्ध जिहादियों के हमले में कम से कम 17 नाइजीरियाई सैनिक मारे गए और 20 घायल हो गए.
नाइजर दो जिहादी विद्रोहियों से जूझ रहा है. पहला पड़ोसी नाइजीरिया में लंबे समय से चल रहे संघर्ष के कारण इसके दक्षिण-पूर्व में फैला हुआ विद्रोह, और दूसरा पश्चिम में माली और बुर्किना फासो से आने वाले आतंकवादियों का आक्रमण.
फ्रांस के 1,500 सैनिक मौजूद
नाइजर के तख्तापलट के बाद से अपदस्थ बज़ौम को उनकी पत्नी और बेटे के साथ उनके राष्ट्रपति निवास में रखा गया है. सोमवार को उनके वकीलों ने कहा कि उन्होंने तख्तापलट करने वाले नेताओं के खिलाफ मुकदमा दायर किया है.साहेल में जिहादी विरोधी तैनाती के हिस्से के रूप में फ्रांस ने पूर्व पश्चिम अफ्रीकी उपनिवेश में अपने लगभग 1,500 सैनिकों को रखा है और तख्तापलट करने वाले नेताओं से उनकी वापसी के लिए बातचीत की मांग की है.
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