Nigeria Boat Tragedy: नाइजीरिया में 200 लोगों को ले जा रही नाव पलटी, 27 की मौत, 100 लापता
अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया में ऐसी घातक घटनाएं चिंता का विषय बनती जा रही हैं, क्योंकि अधिकारी जल परिवहन के लिए सुरक्षा उपायों और नियमों को लागू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
Boat Tragedy: उत्तरी नाइजीरिया की नाइजर नदी में बीते शुक्रवार (29 नवंबर) को बड़ा हादसा हो गया. जहां नाइजर नदी के किनारे एक नाव पलट गई. इस हादसे में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग लापता हो गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं. नाइजर राज्य आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता इब्राहिम औडु ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि नाव पर लगभग 200 यात्री सवार थे. सभी लोग कोगी राज्य से पड़ोसी राज्य नाइजर जा रहे थे.
कोगी राज्य आपातकालीन सेवाओं की प्रवक्ता सैंड्रा मूसा के अनुसार बचाव दल ने शुक्रवार शाम तक 27 शवों को नदी से निकालने में कामयाब रहे, जबकि स्थानीय गोताखोर अभी भी दूसरे लोगों की तलाश कर रहे थे. उन्होंने बताया कि घटना घटने के करीब 12 घंटे बाद तक कोई भी जीवित व्यक्ति नहीं मिला.
At least 27 people died and more than 100, mostly women, were missing on Friday after a boat transporting them to a food market capsized along the River Niger in northern Nigeria. About 200 passengers were on the boat that was going from the state of Kogi to the neighbouring…
— ANI (@ANI) November 29, 2024
नाव डूबने के कारण पर संदेह
अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि डूबने का कारण क्या था, लेकिन स्थानीय मीडिया ने सुझाव दिया कि नाव में क्षमता से ज्यादा लोग भरे हुए थे. बता दें कि नाइजीरिया के दूरदराज के हिस्सों में नावों पर भीड़भाड़ आम है, जहां अच्छी सड़कों की कमी के कारण कई लोगों के पास कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है. नाइजीरिया की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के संचालन के प्रभारी जस्टिन उवाज़ुरुओनी के अनुसार, शुक्रवार की त्रासदी के बाद बचावकर्मियों को घंटों तक जहाज के स्थान का पता लगाने में परेशानी हुई.
नाइजीरिया में नाव डूबने की घटना आम
अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया में ऐसी घातक घटनाएं चिंता का विषय बनती जा रही हैं, क्योंकि अधिकारी जल परिवहन के लिए सुरक्षा उपायों और नियमों को लागू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अधिकांश दुर्घटनाओं का कारण हद से ज्यादा भीड़ और नावों के रखरखाव की कमी है, जो अक्सर सुरक्षा उपायों की अनदेखी करते हुए ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को अपने नाव में बैठा लेते हैं. इसके अलावा अक्सर उपलब्धता या लागत की कमी के कारण ऐसी यात्राओं पर लाइफ जैकेट के इस्तेमाल को भी नकार दिया जाता है.
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