(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Violence In Nigeria: मध्य नाइजीरिया में हमलों में कम से कम 113 लोग मारे गए, रिपोर्ट में दावा
Nigeria Violence: धार्मिक और जातीय तनाव से जूझ रहे मध्य नाइजीरिया के गावों में शनिवार की हिंसा सोमवार तड़के तक जारी रहने के चलते 113 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है.
Nigeria News: मध्य नाइजीरिया में गावों में सिलसिलेवार हमलों में सौ से ज्यादा लोग मारे गए हैं. स्थानीय अधिकारियों ने सोमवार (25 दिसंबर) तो यह जानकारी दी. यह क्षेत्र कई वर्षों से धार्मिक और जातीय तनाव से जूझ रहा है.
कई वर्षों से धार्मिक और जातीय तनाव से जूझ रहे इस क्षेत्र में रविवार शाम को सेना की ओर से बताए गए शुरुआती आंकड़ों की तुलना में मरने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. रविवार को 16 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बोक्कोस में स्थानीय सरकार के प्रमुख कसाह ने बताया, ''शनिवार की हिंसा सोमवार तड़के तक जारी रहने के कारण कम से कम 113 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.''
20 विभिन्न समुदायों में हमले, 300 से ज्यादा लोग मिले घायल
कसाह ने कहा, ''स्थानीय रूप से डाकू बुलाए जाने वाले सैन्य गिरोहों ने कम से कम 20 विभिन्न समुदायों में समन्वित हमले किए.'' उन्होंने कहा, ''हमें 300 से ज्यादा घायल लोग मिले, जिन्हें बोक्कोस, जोस और बार्किन लाडी के अस्पतालों में ट्रांसफर किया गया.''
गवर्नर ने हमले को बताया बर्बर, क्रूर और अनुचित
स्थानीय चेयरमैन डेंजुमा डाकिल के अनुसार, बोक्कोस क्षेत्र में शुरू हुए हमले पड़ोसी बार्किन लाडी तक फैल गए जहां 30 लोग मृत पाए गए. रविवार को राज्य के गवर्नर कालेब मुत्फवांग ने हमले की निंदा करते हुए इसे बर्बर, क्रूर और अनुचित बताया था.
गवर्नर के प्रवक्ता ग्यांग बेरे ने कहा, ''निर्दोष नागरिकों के खिलाफ चल रहे हमलों को रोकने के लिए सरकार की ओर से सक्रिय कदम उठाए जाएंगे. क्षेत्र के एक सूत्र के अनुसार, रविवार दोपहर बाद भी गोलियों की आवाज सुनी गई.
'नाइजीरियाई अधिकारी घातक हमलों को रोकने में रहे विफल'
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने हमलों के मद्देनजर सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ''नाइजीरियाई अधिकारी राज्य के ग्रामीण समुदायों पर लगातार घातक हमलों को रोकने में विफल रहे हैं.''
उत्तर पश्चिम और मध्य नाइजीरिया लंबे समय से जंगलों के भीतर स्थित ठिकानों से सक्रिय डाकू मिलिशिया से आतंकित हैं. इन मिलिशिया की ओर से निवासियों को लूटने और फिरौती के लिए अपहरण करने के लिए गांवों पर हमले किए जा रहे हैं.