(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kailasa: भगोड़े नित्यानंद के 'कैलासा' को मिला खास दर्जा छीना गया, अमेरिकी शहर के प्रशासन ने कहा- धोखे से कराया था एग्रीमेंट
इंटरनेट पर 'स्वयंभू धर्मगुरु' के रूप में पहचाने जाने वाले भगोड़े नित्यानंद की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. उसने स्वघोषित देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा' बसाने का दावा किया था.
Nithyananda Kailasa Controversy: भारतीय भगोड़े नित्यानंद (Nithyananda) के तथाकथित देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (USK)' की खबरें आप भी पढ़ रहे होंगे. 'कैलासा' (Kailasa) को नित्यानंद और उसके प्रतिनिधि दुनिया का एकमात्र 'हिंदूराष्ट्र' बता रहे हैं. उसके प्रतिनिधियों ने हाल में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की एक बैठक में हिस्सा लिया था. इतना ही नहीं, नित्यानंद ने अब हिंदुओं के लिए 'कैलासा' की नागरिकता देने का भी ऐलान कर दिया है. लेकिन ये 'कैलासा' है कहां पर, दुनिया के नक्शे में इसकी बसावट की कोई तस्वीर नहीं दिख रही. जबकि आए दिन नित्यानंद के अनुयायी सोशल मीडिया पर इसकी पोस्ट डालते रहते हैं.
'कैलासा' ने नेवार्क के साथ किया था 'सिस्टर सिटी एग्रीमेंट'
इसी तथाकथित देश 'कैलासा' से जुड़ा एक बड़ा एग्रीमेंट एक अमेरिकी शहर के प्रशासन ने रद्द कर दिया है. अमेरिका के शहर नेवार्क ने अपना 'सिस्टर सिटी एग्रीमेंट' कैंसिल किया है और ऐसे एग्रीमेंट पर नेवार्क की प्रेस सचिव सुजैन गैरोफलो ने पछतावा भी जताया है. उन्होंने कहा- जैसे ही हमें 'कैलासा' की परिस्थितियों के बारे में पता चला हमने एग्रीमेंट खत्म कर दिया. उन्होंने कहा, "ये एग्रीमेंट धोखे से किया गया था." नेवार्क के 'कैलासा' के साथ हुए सिस्टर सिटी एग्रीमेंट के रद्द होने पर अब 'कैलासा' से खास दर्जा छिन गया है.
यूनाइटेड नेशंस की संस्था ने भी दिखाया ठेंगा
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की एक शाखा ने भी नित्यानंद के तथाकथित 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (USK)' को अपने यहां प्रतिनिधित्व देने से इनकार कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा है कि काल्पनिक देश 'कैलासा' की प्रतिनिधि की बातों को नज़रअंदाज़ किया जाएगा. अपनी 2 सार्वजनिक बैठकों में तथाकथित ‘USK प्रतिनिधियों’ की भागीदारी की पुष्टि करते हुए मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने कहा कि उन्हें प्रचार सामग्री वितरित करने से रोका गया था और उनके भाषण पर ध्यान नहीं दिया गया. हालांकि, कमी यह रह गई थी इस सार्वजनिक बैठक में सभी के लिए रजिस्ट्रेशन खुला था. इसी का फायदा नित्यानंद ने उठाया होगा.
भारत में बलात्कार का आरोपी है नित्यानंद
बता दें कि नित्यानंद को स्वामी नित्यानंद कहा जाता है. वह खुद को भगवान शिव का अवतार बता चुका है. वह भारत में बलात्कार और यौन उत्पीड़न के कई आरोपों में वांछित है, हालांकि हमेशा से वह इन आरोपों का खंडन करता रहा है. जेल जाने के डर से वह 2019 में रातों-रात भारत छोड़कर भाग गया था और फिर वह अपना एक अलग देश बसाने का दावा करने लगा. उसके तथाकथित देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (USK)' की लोकेशन तो सामने नहीं आई, लेकिन उसने अपना पासपोर्ट, झंडा लॉन्च कर दिया. इसके साथ ही ‘रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा’ भी शुरू कर ली. वैसे यह सब अभी ऑनलाइन दिखता है.
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