वाशिंगटन: व्हाइट हाउस में इस बार मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान में पारंपरिक इफ्तार डिनर (रात्रिभोज) का आयोजन नहीं हुआ. करीब दो दशकों में पहली बार यह पंरपरा टूटी है. समाचार पत्र 'द गार्जियन' के मुताबिक, पहले कई बार यह आयोजन होने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस में इस साल रमजान के महीने में कोई उत्साह नहीं दिखा.
पवित्र महीने के समाप्त होने पर शनिवार देर शाम इस बारे में सिर्फ एक बयान प्रकाशित किया गया. व्हाइट हाउस में पहले इफ्तार डिनर की मेजबानी तत्कालीन राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन ने साल 1805 में की थी. हिलेरी क्लिंटन ने प्रथम महिला के रूप में साल 1996 में फिर से इस परंपरा को शुरू किया, जब ईद-उल-फितर के मौके पर 150 लोगों को उन्होंने भोज के लिए न्योता दिया था.
साल 1999 से लगातार हर साल यह डिनर आयोजित हो रहा है. पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने अपने दोनों कार्यकाल के दौरान हर साल इफ्तार डिनर की मेजबानी की थी. राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2009 में पहले रमजान डिनर की मेजबानी की और हर साल उन्होंने इसका आयोजन किया.
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक शनिवार को व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान पर डोनाल्ड और मेलानिया ट्रंप ने हस्ताक्षर किया था और यह राष्ट्रपति के सोशल मीडिया अकाउंट पर नहीं पोस्ट किया गया. बयान के अनुसार, "रमजान के पवित्र महीने में अमेरिका में रह रहे मुसलमानों ने दुनियाभर के लोगों के साथ विश्वास कायम करने और धर्म से जुड़े हुए काम पर ध्यान दिया."
बयान में आगे कहा गया, "अब जब वे परिवार और दोस्तों के साथ ईद मनाते हैं, तो वे अपने पड़ोसियों की मदद करने और जीवन के हर क्षेत्र में लोगों के साथ भाईचारा बनाए रखने की परंपरा को आगे बढ़ाते हैं. इस छुट्टी के दौरान हमें दया, करुणा और सद्भाव की याद दिलाई जाती है. दुनियाभर के मुसलमानों के साथ अमेरिका हमारे इन मूल्यों का सम्मान करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता फिर से शुरू करता है. ईद मुबारक."
पिछले साल जब ट्रंप राष्ट्रपति उम्मीदवार थे तो 'एबीसी न्यूज' को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें व्हाइट हाउस में रहने का मौका मिलता है तो वह इस इफ्तार की परंपरा को जारी रखेंगे. विदेश सचिव रेक्स टिलरसन ने भी विदेश विभाग में इफ्तार डिनर का आयोजन नहीं कर परंपरा को तोड़ दिया.