कोलंबो: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को किसी व्यक्ति द्वारा विदेशी मुद्रा रखने की सीमा को 15,000 डॉलर से घटाकर 10,000 अमेरिकी डॉलर करने का फैसला किया है. देश में विदेशी मुद्रा संकट की वजह से आज श्रीलंका के पास ईंधन भुगतान के लिए पैसा नहीं है. इसी के मद्देनजर केंद्रीय बैंक ने यह फैसला लिया है.


श्रीलंका ‘फर्स्ट न्यूज’ वेबसाइट की खबर के अनुसार, केंद्रीय बैंक के गवर्नर नंदलाल वीरासिंघे ने कहा कि विदेशी मुद्रा विनिमय अधिनियम के तहत किसी के लिए भी विदेशी मुद्रा रखने की सीमा होती है. अभी तक यह सीमा 15,000 डॉलर थी.


गवर्नर ने कहा कि 10,000 डॉलर की सीमा के साथ संबंधित व्यक्ति को यह भी बताना होगा कि उसे यह राशि कहां से मिली है. उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा रखने वालों को दो सप्ताह की छूट दी जाएगी. इससे अधिक विदेशी मुद्रा को उन्हें बैंकिंग प्रणाली में अपने विदेशी मुद्रा खाते में जमा करना होगा या इसे ‘सरेंडर’ करना होगा.


पीएम ने कहा देखते ही गोली मारने का आदेश नहीं दिया था
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने गुरुवार को संसद को बताया कि सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का कोई आदेश रक्षा मंत्रालय को नहीं दिया गया था.


प्रधानमंत्री ने कहा कि पुलिस अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल कर सकती है और जरूरत पड़ने पर गोली भी चला सकती है. लेकिन इसके लिए प्रक्रियाओं का पालन करना होता है. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह संसद के कुछ सदस्यों की संपत्ति पर हमला जरूर हुआ था, लेकिन देखते ही गोली मारने का आदेश जारी नहीं किया गया था.


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