नई दिल्ली: इराक ने आज कहा कि उसके पास ऐसे कोई ठोस सबूत नहीं है कि मोसुल से तीन साल पहले अपहरण किए गए 39 भारतीय मारे गये हैं या अभी जिंदा हैं. हालांकि इराक ने भारत को आश्वासन दिया कि वह उन्हें खोजने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है.


आज से पांच दिन के दौरे पर भारत आए इराकी विदेश मंत्री इब्राहिम अल-जाफरी से मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह मुद्दा उठाया. करीब दो हफ्ते पहले मोसुल को इराकी सेनाओं ने आईएसआईएस के चंगुल से मुक्त कराया है.


मोसुल में अगवा भारतीयों के बारे में इराकी विदेश मंत्री ने बताया, ‘‘हमें नहीं पता कि वे जिंदा हैं या मर गए. हमें भी उनकी समान रूप से चिंता है. इस बारे में कोई ठोस सबूत नहीं है कि वे जिंदा हैं या नहीं. हम कोशिश कर रहे हैं.’’ सुषमा स्वराज के अपने इराकी समकक्ष के साथ हुई मुलाकात के बारे में मंगलवार को संसद में विस्तृत बयान देने की उम्मीद है.


यह भी पढ़े: इराक में लापता भारतीयों पर सरकार से अकाली का सवाल, बताएं जिंदा हैं या नहीं