Nobel Prize 2023: क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज मिला है. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने क्लाउडिया गोल्डिन को अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में 2023 स्वेरिगेस रिक्सबैंक पुरस्कार देने का निर्णय लिया है. उन्हें वूमेंस लेबर मार्केट के परिणामों को लेकर हमारी जानकारी को विकसित करने के लिए यह पुरुस्कार दिया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक क्लाउडिया गोल्डिन यह पुरस्कार जीतने वाली केवल तीसरी महिला हैं. इससे पहले सम्मानित किए गए 92 अर्थशास्त्र पुरस्कार विजेताओं में से केवल दो महिलाएं को ही यह पुरुस्कार दिया गया था. क्लाउडिया गोल्डिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर हैं.
आर्थिक विज्ञान पुरस्कार समिति के अध्यक्ष जैकब स्वेन्सन ने कहा कि लेबर मार्केट में महिलाओं की भूमिका को समझना समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्लाउडिया गोल्डिन की रिसर्च से हम उन फैक्टरों के बारे में जान सकते हैं जिनका महिलाएं कर रही हैं और भविष्य में इन बाधाओं को दूर कर सकते हैं.
स्वीडन की सेंट्रल बैंक ने शुरू किया था प्राइज
अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज 1968 में स्वीडन की सेंट्रल बैंक ने शुरू किया और इसे औपचारिक रूप से अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिया जाता है. इसे आर्थिक विज्ञान में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के रूप में जाना जाता है. पिछले साल यह प्राइज पूर्व फेडरल रिजर्व अध्यक्ष बेन बर्नानके, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप डायबविग ने जीता था. उन्होंने बैंक विफलताओं पर रिसर्च की थी. इस रिसर्च ने 2007-2008 में अमेरिका की वित्तीय संकट से बाहर निकलने में मदद की थी.
विजेता को मिलती है कितनी राशि?
पुरस्कार दिसंबर में ओस्लो और स्टॉकहोम में पुरस्कार समारोहों में दिए जाते हैं. उन्हें 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (लगभग 1 मिलियन डॉलर) का नकद पुरस्कार दिया जाता है. विजेताओं को 18 कैरेट का स्वर्ण पदक भी मिलता है.
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