उज्बेकिस्तानी ग्रैंड मास्टर के हाथ न मिलाने पर खड़ा हुआ विवाद, मामला बढ़ने पर मांगी माफी, जानें पूरी बात
नोडिरबेक याकूबबोव ने टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में आर वैशाली से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि धार्मिक कारणों की वजह से हाथ नहीं मिलाया.

Uzbekistan Grandmaster Nodirbek Yakubov: टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में उज्बेकिस्तानी ग्रैंडमास्टर नोडिरबेक याकूबबोव के भारतीय महिला शतरंज खिलाड़ी आर वैशाली से हाथ मिलाने से इनकार करने पर विवाद खड़ा हो गया. मामले के तूल पकड़ने के बाद सफाई देते हुए याकूबबोव ने कहा कि उन्होंने धार्मिक कारणों से हाथ नहीं मिलाया. मरा इरादा किसी का अनादर करने का नहीं था.
आर वैशाली ने चौथे दौर के मुकाबले की शुरुआत से पहले याकूबबोव से हाथ मिलाने के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन याकूबबोव बिना जवाब दिए बैठ गए, जिससे वैशाली असहज हो गईं. यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद याकूबबोव ने माफी मांगी और स्पष्ट किया कि वे धार्मिक मान्यताओं के कारण दूसरी महिलाओं को नहीं छूते हैं.
A renowned Uzbek chess Grandmaster, Nodirbek, refused to shake hands with India's Women's Grandmaster Vaishali.
— Ayushh (@ayushh_it_is) January 27, 2025
Does religion influence sports? However, he was seen shaking hands with other female players earlier. pic.twitter.com/fGR61wvwUP
याकूबबोव की सफाई
नोडिरबेक याकूबबोव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक लंबा बयान पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके मन में वैशाली और उनके भाई आर. प्रज्ञानंद के प्रति पूरा सम्मान है. उन्होंने कहा, "मैं धार्मिक कारणों से दूसरी महिलाओं को नहीं छूता. मैं किसी का अपमान नहीं करना चाहता था और अगर मेरे व्यवहार से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं माफी मांगता हूं."
पहले भी हो चुकी है ऐसी स्थिति
याकूबबोव ने यह भी बताया कि उन्होंने रोमानिया की इरिना बुलमागा के खिलाफ मैच से पहले अपनी धार्मिक मान्यताओं के बारे में उन्हें सूचित कर दिया था, जिससे ऐसी स्थिति से बचा जा सके. हालांकि, वैशाली और दिव्या देशमुख के खिलाफ मैचों में वह समय पर उन्हें यह नहीं बता सके, जिससे अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे लेकर कई प्रतिक्रियाएं दीं. कुछ ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता के रूप में देखा, जबकि अन्य ने इसे खिलाड़ियों के बीच खेल भावना के सम्मान के संदर्भ में सवाल उठाया. याकूबबोव की माफी ने इस विवाद को थोड़ा शांत किया, लेकिन चर्चा अब भी जारी है.
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