Nord Stream Pipeline Leak: रूस ने एक तरफ यूक्रेन के 4 क्षेत्रों को अपने में मिला लिया है तो दूसरी तरफ नॉर्ड स्ट्रीम (Nord Stream Pipeline) लीकेज का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तक पहुंच गया है. यहां भी अमेरिका (America) और यूरोप के देशों ने रूस को नॉर्ड स्ट्रीम कांड का जिम्मेदार ठहराया है. संयुक्त राष्ट्र की सिक्योरिटी काउंसिल में नॉर्ड स्ट्रीम की पाइलपलाइन में लीकेज का मामला उठा तो यूरोप के देश रूस पर फूट पड़े. सभी देशों ने आरोप लगाया कि नॉर्ड स्ट्रीम में रूस ने धमाका किया है. 


संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका के उप प्रतिनिधि रिचर्ड मिल्स ने कहा, 'हम नॉर्ड स्ट्रीम 1 और नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइनों में जानबूझकर की गई तोड़फोड़ से बहुत चिंतित हैं. महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर की गई कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'


रूस ने लगाए अमेरिका पर आरोप


नॉर्ड स्ट्रीम कांड को लेकर यूरोप और अमेरिका के आरोपों पर रूस ने भी पलटवार किया है. जो आरोप रूस पर यूरोप और अमेरिका के हैं, वही आरोप इन देशों पर रूस का है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पश्चिम देशों ने बाल्टिक सागर में नॉर्ड स्ट्रीम पाइप लाइनों में साजिश के तहत धमाका किया. वो यूरोप में हमारी गैस सप्लाई को ध्वस्त करना चाहते हैं. सबको पता है कि ऐसा करके किसको फायदा होगा.


जो बाइडेन ने दी थी धमकी?


इस बीच यूक्रेन की जंग से पहले का दिया हुआ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें बाइडेन ने नॉर्ड स्ट्रीम को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी. 7 फरवरी 2022 को एक भाषण के दौरान जो बाइडेन ने कहा था कि अगर रूस अपनी सेना और टैंक के साथ यूक्रेन में घुसा तो नॉर्ड स्ट्रीम का नामो निशान नहीं बचेगा. 


क्या है नॉर्ड स्ट्रीम लीकेज मामला?


रूस से यूरोप तक बिछाई गई गैस पाइपलाइन नॉर्ड स्ट्रीम-1 और नॉर्ड स्ट्रीम-2 में कथित तौर पर तोड़फोड़ का मामला सामने आया है. इस पाइपलाइन को विस्फोट के जरिए तोड़ने के आरोप लग रहे हैं. रूस और अमेरिका दोनों पर इसके लिए समान रूप से आशंका जाहिर की जा रही है.. रूस ने इस मामले में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई. इससे पहले स्वीडन के तटरक्षक बल ने गुरुवार (29 सितंबर) को कहा था कि इस हफ्ते के शुरू में विस्फोटों की सूचना के बाद रूस से यूरोप जाने वाली पाइपलाइनों में चौथे रिसाव का पता चला.


नॉर्ड स्ट्रीम कांड पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट?


रूस का आरोप है कि नॉर्ड स्ट्रीम के करीब नाटो (NATO) ने वॉर रिहर्सल भी की थी औऱ इसी दौरान नॉर्ड स्ट्रीम को लीक करने की भी रिहर्सल कर ली गई थी. एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि नॉर्ड स्ट्रीम की पाइपलाइन में लीकेज कोई मामूली घटना नहीं है क्योंकि ये पाइपलाइनें समुद्र में 80 से 110 मीटर की गहराई में बनी हैं. इन पाइपों पर कंक्रीट का कवर है. इसे भेदने के लिए किसी स्पेशल टीम की जरूरत पड़ी होगी. या जानबूझ कर किसी विस्फोटक से धमाका किया गया होगा. 


क्या है नॉर्ड स्ट्रीम?


रूस और जर्मनी के बीच बाल्टिक सागर (Baltic Sea) में एक पाइपलाइन बिछाई गई है, जिसका नाम नॉर्ड स्ट्रीम रखा गया है. इस पाइपलाइन को यूरोप की धड़कन कहा जाता है. ये समंदर से होकर गुजरने वाली सबसे लंबी पाइपलाइन है. रूस से जर्मनी तक ये पाइपलाइन करीब 1224 किमी लंबी है. रूस पर अमेरिका और नाटो देशों की ओर से प्रतिबंध के बाद पुतिन ने बेलारूस और पोलैंड वाली पाइपलाइन बंद कर दी थी. इस पाइपलाइन के जरिए जर्मनी और यूरोप के कुछ दूसरे देशों को गैस भेजी जाती थी.


नॉर्ड स्ट्रीम 1 के माध्यम से रूस से प्रत्येक साल 55 अरब घन मीटर प्राकृतिक गैस यूरोप भेजी जाती रही है. इस पाइपलाइन का मालिकाना हक नॉर्ड स्ट्रीम एजी कंपनी के पास है. नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन (Nord Stream 2) को भी नॉर्ड स्ट्रीम 1 वाले रास्ते पर ही बनाया गया है. इस पाइपलाइन पर साल 2018 में काम शुरू हुआ था और इसे साल 2021 में पूरा कर लिया गया था.


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