सोल: उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को नजरअंदाज करते हुए आज देश के स्थापना दिवस पर और परमाणु हथियारों का निर्माण करने की अपील की. वहीं दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा कि वह उत्तर कोरिया पर करीबी नजर बनाए हुए है. उसका यह बयान ऐसे समय में आया है जब अटकलें लगाई जा रही हैं कि उत्तर कोरिया अपने स्थापना दिवस पर एक और मिसाइल लॉन्च या एक दूसरा परमाणु परीक्षण कर सकता है. उत्तर कोरिया की स्थापना 1948 में हुई थी.


उत्तर कोरिया ने पिछले साल नौ सितंबर को ही पांचवां परमाणु परीक्षण किया था. उसने एक सप्ताह पहले ही छठा परीक्षण किया और दावा किया कि यह एक हाइड्रोजन बम था जो मिसाइल पर लगाया जा सकता है. इस कदम की वैश्विक स्तर पर निंदा हुई और उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध और कड़े करने की अपील की गई. उत्तर कोरिया ने जुलाई में भी दो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था.


समाचार पत्र ‘रोदोंग सिनमन’ ने ‘जूचे’ या आत्मनिर्भरता के राष्ट्रीय दर्शन का जिक्र करते हुए एक संपादकीय में कहा, ‘‘रक्षा तंत्र को पार्टी की ब्यूंगजिन नीति (एक ही समय में अर्थव्यवस्था और परमाणु हथियार विकसित करना) के साथ जूचे हथियारों का भी बड़ी संख्या में निर्माण करना चाहिए.’’ उत्तर कोरिया की सत्ताधारी पार्टी के मुखपत्र ने अमेरिका को रोके रखने के लिए दो आईसीबीएम परीक्षणों जैसी और चमत्कारी घटनाओं की मांग भी की.


रोदोंग सिनमन ने कहा कि अमेरिका जब तक उत्तर कोरिया के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीति पर टिका रहता है, वह अलग-इलग बनावटों और आकारों के तोहफे प्राप्त करता रहेगा. किम जोंग-उन ने खुद भी आईसीबीएम परीक्षणों को उत्तर कोरिया की ओर से अमेरिका को दिया तोहफा बताया था.


बहराल दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर कोरिया की तरफ से शनिवार को मिसाइल प्रक्षेपण या परमाणु परीक्षण किए जाने के कोई संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन उसने साथ ही चेताया कि उत्तर कोरिया किसी भी समय ऐसे मोबाइल लॉन्चर से बैलिस्टिक मिसाइल दाग सकता है जिन्हें आसानी से छुपाया जा सकता है.