टोकियो: अमेरिका की धमकियों और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध के बावजूद उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन बाज नहीं आ रहा है. उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर फिर एक मिसाइल छोड़ी है. दक्षिण कोरिया और जापान की सरकार ने इसकी पुष्टि की है.
जापान ने इस कदम को उकसावे वाला बताया
दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक, ये मिसाइल करीब 770 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई और इसने क़रीब 3700 किलोमीटर का सफ़र तय किया. जापान ने उत्तर कोरिया के इस कदम को उकसावे वाला बताया है.
जापान को परमाणु बम से समुद्र में डुबो देगा उ. कोरिया!
वहीं, उत्तर कोरिया ने अब धमकी दी है कि वो अमेरिका को राख कर देगा और जापान को परमाणु बम से समुद्र में डुबो देगा. हाइड्रोजन बम का परीक्षण करने वाला किम जोंग अब दुनिया को एक ऐसी जंग की तरफ धकेलना चाहता है जो तीसरे विश्व युद्ध में बदल सकती है.
जापान और दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया के निशाने पर हैं. ऐसा करने का मतलब सीधे अमेरिका को चुनौती है. सनकी तानाशाह किम जोंग शायद यही चाहता है इसीलिए वो लगातार धमकियों पर धमकियां दिए जा रहा है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर लगाए कड़े प्रतिबंध
अमेरिका और जापान की पहल पर ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं. जिनके तहत उत्तर कोरिया के तेल आयात को काफी सीमित कर दिया गया है. प्राकृतिक गैस और तेल के दूसरे उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही उत्तर कोरिया से कपड़ो के निर्यात पर रोक लगा दी गई है. कपड़ा उद्योग उत्तर कोरिया की कमाई का एक बड़ा जरिया है.
उत्तर कोरियाई लोगों को नया वर्क परमिट देने पर भी रोक
वहीं दूसरे देशों में काम करने वाले उत्तर कोरियाई लोगों को नया वर्क परमिट देने पर भी रोक लगा दी गई है. यानी एक तरह से इन प्रतिबंधों के जरिए उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम और अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने की तैयारी कर ली गई है, लेकिन इसके बावजूद उत्तर कोरिया के तेवर ढीले नहीं पड़े हैं.
अमेरिका को किसी पागल कुत्ते की तरह मारा जाना चाहिए- उ. कोरिया
प्रतिबंधों के लिए सीधे तौर पर अमेरिका को जिम्मेदार ठहराते हुए उत्तर कोरिया ने कहा है कि अमेरिका को किसी पागल कुत्ते की तरह मारा जाना चाहिए. किम जोंग के कोरिया ने अमेरिका को राख और अंधेरे में बदल देने की धमकी भी दी है. वहीं जापान को भी निशाना बनाते हुए उत्तर कोरिया ने कहा है कि जापान को हमारे पास होना ही नहीं चाहिए, उसके चारों द्वीपों को परमाणु बम से समुद्र में डुबो देना चाहिए.
तीसरा विश्वयुद्ध चाहता है उ. कोरिया!
उत्तर कोरिया की इन धमकियों को जापान ने जानबूझ कर उकसाने वाला बताया है. अमेरिका पहले ही कह चुका है कि उत्तर कोरिया नहीं माना तो वो कड़े से कड़ा कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा. यानी एक तरफ उत्तर कोरिया युद्ध का माहौल बना रहा है तो दूसरी तरफ अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया उसे सबक सिखाने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में रूस और चीन का उत्तर कोरिया की तरफ नरम रुख एक बार फिर दुनिया की दो बड़ी ताकतों अमेरिका और रूस को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा कर सकता है और अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब तीसरा विश्वयुद्ध होगा.