North Korea News: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने एक बार फिर मिसाइल का परीक्षण कर सबको चौंका दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) का प्रक्षेपण किया. बताया जा रहा है कि ये मिसाइल जापान सागर की ओर दागी गई है. जापानी सरकार के हवाले से बताया गया है कि उत्तर कोरिया ने एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. जापान तटरक्षक बल ने भी इस बारे में जानकारी दी है.
उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल का किया परीक्षण
जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मिसाइल परीक्षण की पुष्टि करते हुए कहा है कि ये पता लगाने की कोशिश हो रही है कि मिसाइल कही जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में तो नहीं गिरी है. वहीं दक्षिण कोरिया (South Korea) ने भी अपने पूर्वी तट पर अज्ञात परीक्षण की पुष्टि की है. दक्षिण कोरिया की ओर से कहा गया है कि ये मिसाइल थी या कुछ और इस बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है. मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के संभावित प्रक्षेपण के बाद जापानी प्रधानमंत्री के कार्यालय के तहत एक क्राइसिस रिस्पोंस सेंटर का गठन किया गया है.
जापान सागर की ओर दागी गई मिसाइल
दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी (Yonhap News Agency) ने दक्षिण कोरियाई सेना का हवाला देते हुए बताया कि इसे जापान सागर की ओर दागा गया था. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर महीने में उत्तर कोरिया ने सबमरीन (Submarine) से दागे जानी वाली मिसाइल का परीक्षण किया था. जिसके बाद परमाणु हथियारों की होड़ में तकनीकी प्रगति को लेकर चिंता को और बढ़ा दिया था. उत्तर कोरिया की ओर से एक बार फिर से मिसाइल दागे जाने के बाद तनाव का महौल बढ़ने की आशंका है.
जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने मीडिया से कहा कि हमें यह वास्तव में खेदजनक लगता है कि उत्तर कोरिया ने पिछले साल से मिसाइलें दागना जारी रखा है. किशिदा ने कहा कि उत्तर कोरिया के इस परीक्षण के बारे में अन्य विवरण तत्काल उपलब्ध नहीं हैं, जैसे कि संदिग्ध मिसाइल कहां गिरी और क्या कोई नुकसान हुआ. अधिकारियों को उस क्षेत्र में जहाजों और विमानों की सुरक्षा की पुष्टि करने का आदेश दिया जहां संदिग्ध मिसाइल दागे जाने के बाद गिरने की संभावना थी. कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तर कोरिया अपने प्रतिद्वंद्वियों पर उसे परमाणु शक्ति संपन्न देश के रूप में स्वीकार करने और देश पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को कम करने के लिए अधिक दबाव डालने के इरादे से इस तरह के परीक्षण कर रहा है.
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