ट्रंप-किम मुलाकात से पहले धमाकेदार ख़ुलासा- परमाणु कार्यक्रमों पर पर्दा डलने की शातिर चाल चल रहे हैं किम
पैनल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि उत्तर कोरिया पर लगाए प्रतिबंधों का उसपर कोई असर नहीं हुआ है. प्योंगयांग अब भी अवैध तेल उत्पादों की खेप हासिल कर रहा है, प्रतिबंधित कोयला बेच रहा है और ‘आर्मस एम्बार्गो’ का उल्लंघन कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र: उत्तर कोरिया का परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम अभी भी जारी है और इसको अमेरिका के संभावित सैन्य हमलों से बचाने के लिए प्योंगयांग अपने हवाई अड्डों और अन्य सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के एक पैनल ने यह जानकारी दी.
पैनल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि उत्तर कोरिया पर लगाए प्रतिबंधों का उसपर कोई असर नहीं हुआ है. प्योंगयांग अब भी अवैध तेल उत्पादों की खेप हासिल कर रहा है, प्रतिबंधित कोयला बेच रहा है और ‘आर्मस एम्बार्गो’ का उल्लंघन कर रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम अब भी जारी हैं.’’ ‘डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया’ (डीपीआरके) उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम है. उसने कहा, ‘‘पैनल ने पाया कि डीपीआरके हवाई-अड्डे जैसे नागरिक ठिकानों का इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों को इकट्ठा करने आदि के लिए कर रहा है.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के बीच दूसरी शिखर वार्ता की तैयारियों के बीच यह रिपोर्ट सुरक्षा परिषद को भेजी गई है. अमेरिका को उम्मीद है कि इस दूसरी शिखर वार्ता में प्योंगयांग के परमाणु कार्यक्रमों को खत्म करने की दिश में कोई ठोस प्रगति हो पाएगी. गौरतलब है कि वार्षिक ‘स्टेट ऑफ यूनियन’ संबोधन में ट्रंप ने 27-28 फरवरी को वियतनाम में किम के साथ दूसरी शिखर वार्ता करने की घोषणा की है.
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