North Korea Japan Conflict: उत्तर कोरिया और जापान के बीच एक बार फिर टकराहट दिखने लगी है. उत्तर कोरिया की तरफ से लगातार किए जा रहे मिसाइल परीक्षण और चीन के खतरे को देखते हुए अब जापान ने भी नई सुरक्षा रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. इसी नई सुरक्षा रणनीति को लेकर अब उत्तर कोरिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.


उत्तर कोरिया ने जापान की नई सुरक्षा रणनीति की निंदा करते हुए उसकी पसंद को "गलत" दिखाने के लिए कार्रवाई की कसम खाई है. उत्तर कोरिया का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध उसे खुद को सुरक्षित करने से नहीं रोक पाएंगे. 


सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद सबसे बड़ा सैन्य निर्माण


दरअसल, टोक्यो ने अपने महत्वाकांक्षी सैन्य निर्माण की घोषणा की है. इसके तहत जापान अपनी सेना और रक्षा को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर खर्च करने जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह जापान का सबसे बड़ा सैन्य निर्माण होगा. अब उत्तर कोरिया ने इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जापान की रणनीति ने प्रभावी रूप से "नई आक्रामकता नीति" को औपचारिक रूप दिया है और क्षेत्रीय सुरक्षा वातावरण को मौलिक रूप से बदलने की तैयारी कर ली है. 


उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘जापान एक नई सुरक्षा रणनीति अपनाकर कोरियाई प्रायद्वीप और पूर्वी एशिया क्षेत्र में एक गंभीर सुरक्षा संकट ला रहा है, जो अन्य देशों के खिलाफ पूर्व-खाली स्ट्राइक क्षमताओं को प्रभावी ढंग से स्वीकार करता है.’


जापान को खुलेआम दी है ये धमकी


उत्तर कोरिया ने जापानी सेना के जमावड़े को अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए गंभीर चुनौती बताते हुए कहा, ‘जापान जल्द ही कंपकंपी के साथ सीखेगा कि उसने स्पष्ट रूप से गलत और बहुत खतरनाक विकल्प चुना है.’ नॉर्थ कोरिया ने कहा, ‘हम एक बार फिर स्पष्ट करते हैं कि हमें अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए, जटिल क्षेत्रीय सुरक्षा वातावरण के जवाब में साहसिक और निर्णायक सैन्य उपाय करने का अधिकार है.’


किम जोंग उन की बहन ने कहा ये


वहीं, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने एक अलग बयान में उत्तर कोरिया की ओर से जासूसी उपग्रह विकसित करने की खबरों की पुष्टि करते हुए कहा कि यह हमारे लिए "अत्यावश्यक प्राथमिकता" में था. यही नहीं, किम यो जोंग ने आगे कहा ‘पड़ोसी दक्षिण कोरिया "किसी प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए रोएगा और हम पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की पुरजोर कोशिश करेगा," यह कहते हुए कि उसके देश के जीवित रहने और विकास के अधिकार को इससे खतरा है. हम प्रतिबंधों से नहीं डरते हैं और हम अब नहीं रुकेंगे.’


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